ट्रिब्यून न्यूज सर्विस
चंडीगढ़, 30 जुलाई
पंजाब सरकार ने शनिवार को एक आदेश जारी करके वरिष्ठ अधिवक्ता विनोद घई को पंजाब का नाया एडवोकेट जनरल नियुक्त कर दिया है। घई की नियुक्ति को लेकर कई दिनों से अटकलों का दौर चल रहा था। राज्यपाल की मंजूरी मिलने के बाद पंजाब सरकार ने अधिसूचना जारी कर दी है। आम आदमी पार्टी ने सरकार बनते ही सीनियर एडवोकेट अनमोल रतन सिद्धू को पंजाब का एडवोकेट जनरल बनाया था। 19 मार्च को नियुक्ति के ठीक 4 हीने बाद उन्होंने 19 जुलाई को इस्तीफा दे दिया। घई की नियुक्ति को लेकर विरोधियों का तर्क था कि वह श्रीगुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी के केस में आरोपी डेरा सच्चा सौदा मुखी राम रहीम के वकील रह चुके। इसलिए उन्हें इस पद पर नियुक्त नहीं किया जाना चाहिए। हालांकि आप सरकार ने यह सब विरोध दरकिनार कर दिए। सीनियर एडवोकेट विनोद घई पंजाब सरकार के खिलाफ कई बड़े मामलों में आरोपियों के वकील रहे। जिनमें डेरा मुखी राम रहीम से जुड़ा बेअदबी और पंचकूला हिंसा, आम आदमी पार्टी के बर्खास्त हेल्थ मिनिस्टर डॉ. विजय सिंगला, बेअदबी से जुड़े गोलीकांड के आरोपी पूर्व डीजीपी, पूर्व कांग्रेसी मंत्री भारत भूषण आशु के केस शामिल हैं।