जोगिंद्र सिंह/ट्रिन्यू
चंडीगढ़, 27 मार्च
मीटिंग का पहला आधा घंटा काला गाऊन पहनकर प्लेकार्ड के साथ आये सीनेटर हरप्रीत दुआ और नरेश गौड़ ने डेंटल कालेज के एमडी छात्रों के मसले की भेंट चढ़ गया। फैकल्टी के फेलो को नोटिफाई न किये जाने के विरोध में अशोक-नवदीप गोयल धड़े के सीनेटर काले बैज लगा कर आये थे। हरप्रीत दुआ ये मांग करते रहे कि एमडी के छात्रों को हॉस्टल से सिक्योरिटी गार्ड क्यों उठा कर लाये। उन्होंने सवाल किया कि जब फीस बढ़ा रहे हैं तो फिर भावी टीचर्स यानी एमडीएस कर रहे स्टूडेंट्स को मात्र 10 हजार रुपये स्टाइपेंड के तौर पर क्यों मिलें? इसी को लेकर डेंटल कालेज के प्रिंसिपल और सीनेटर हेमंत बतरा भड़क गये और अधूरी जानकारी होने का आरोप लगाते हुए उनके दावे को नकारा। योजना रावत भी इसी को लेकर चेयर की इजाजत के बिना ही गौड़ और दुआ से भिड़ गयीं। कुलपति प्रो. राजकुमार हंगामा बढ़ता देख सदन से निकल गये और आधा घंटे बाद शांति होने पर ही लौटे। बैठक में एक फेक बीएड कालेज को लेकर पप्पी मार्केट शब्द बार-बार सदन में सुना गया।
आनलाइन मीटिंग की धमकी देते रहे कुलपति
भले ही विरोधी गुट के बड़े चेहरे सीनेट में मौजूद नहीं थे लेकिन नरेश गौड़ और हरप्रीत दुआ के अलावा डीपीएस रंधावा, रजत संधीर और जतिंदर ग्रोवर ने कमान संभाले रखी। खिन्न नजर आर रहे कुलपति ने बार-बार कहा कि वे अगली मीटिंग आनलाइन करेंगे, वहां दिखाना ये काले कपड़े पहनकर। गुरजोत मल्ही ने भी कुलपति को आनलाइन मीटिंग की सलाह दे डाली जिसके बाद तो बार-बार कुलपति आनलाइन मीटिंग की धमकी देने लगे। मीटिंग आनलाइन और आफलाइन यानी ब्लेंडिड मॉड पर ही चली। मीटिंग शुरू होते ही जैसे पीयू एंथम बजाया। कुछ सैकेंड के बाद खराब हो गया। करीब एक-डेढ मिनट के गीत के दौरान 6 से 7 बार ऑडियो खराब हो गया। पहले तो सब इधर-उधर देखने लगे मगर दो-तीन बार बंद होने पर अग्रिम पंक्ति के कुछ सदस्य खुद ही एंथम गाने लगे। कुलपति और अधिकारी और सीनेटर इससे काफी असहज से हो गये।
अलग-अलग छात्र संगठनों ने दिये ज्ञापन
एबीवीपी, एसएफएस और पीएसयू ललकार और डेंटल कालेज के एमडी के छात्रों ने सीनेटरों और प्रेस को अपने-अपने ज्ञापन सौंपे। छात्रों ने छात्रावासों की समस्याओं संबंधी मांगपत्र दिये। एसएफएस और पीएसयू ललकार ने फीस न बढ़ाये जाने की मांग की। हॉस्टल अलाटमेंट में पारदर्शिता लाने और पोर्टल शुरू करने की भी मांग रखी। इसी के साथ सत्थ ने भी मैस के खाने के दाम 45 से घटाकर फिर पहले वाले 33 रुपये करने की मांग की। कैंपस से बाहर के टीचर के साथ पीएचडी कर रहे छात्रों को भी हॉस्टल देने की बात रखी। एबीवीपी ने मांग की कि छात्रावास में मैस में डाइट शुल्क गलत तरीके से बढ़ाया गया है और इसे कम किया जाए। साथ ही भोजन की गुणवत्ता की नियमित जांच की मांग रखी। साउथ कैंपस में इलेक्ट्रिक लाइट और सिक्योरिटी गार्ड्स की व्यवस्था करने की मांग रखी और बीडीएस के छात्रों का वजीफा बढ़ाने को भी कहा। एबीवीपी पंजाब विश्वविद्यालय इकाई प्रधान अमित पुनिया का कहना है विश्वविद्यालय परिसर लगभग 2 साल से बंद था इसलिये छात्रों की समस्याओं का निवारण करें। इस मौके पर सचिव शौर्य मेहरा, रजत पुरी, कपिल शर्मा, दीपेश चौहान, विश्वजीत राणा व मयंक मनी प्रसाद आदि मौजूद रहे।