बाढ़ पीड़ितों के लिए सौंद ने तीसरा राहत ट्रक किया रवाना
ग्रामीण विकास व पंचायत मंत्री और खन्ना से विधायक तरुणप्रीत सिंह सौंद ने गुरदासपुर जिले के फतेहगढ़ चूड़ीयां बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के लिए तीसरा राहत ट्रक रवाना किया। इस ट्रक में आटा, चावल, दाल, सूखा राशन, पीने का पानी, साबुन और दवाइयाँ जैसी आवश्यक वस्तुएँ भेजी गईं। राहत सामग्री खालसा ऐड को सौंपी गई, जो इसे ज़रूरतमंदों तक पहुँचाएगा।
सौंद पहले भी फाजिल्का जिले के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के लिए पशुओं के चारे से भरे दो ट्रक भेज चुके हैं। उन्होंने कहा कि बाढ़ ने पंजाब को भारी नुकसान पहुंचाया है, लोग घर छोड़ने को मजबूर हैं और पशु भूखे हैं। उन्होंने केंद्र सरकार से आर्थिक पैकेज की उम्मीद जताई।
करते स्वयंसेवक। -ट्रिब्यून फोटो
आपदा में दर्द और राहत की तस्वीर
पंजाब और हिमाचल इन दिनों आपदा की मार झेल रहे हैं। अमृतसर के रामदास गांव में बाढ़ से घिरे एक वृद्ध की बेबसी चेहरों पर लाचारी लिख देती है, वहीं टूटी झोपड़ी के बाहर खड़ी मासूम बच्ची की आंखों में डर साफ झलकता है। पानी से घिरे घर, उजड़ते सपने और बहते आंगन—हर तरफ त्रासदी की तस्वीरें बिखरी हैं। परिवार उजड़ रहे हैं, खेत डूब रहे हैं और रोज़मर्रा की जिंदगी पटरी से उतर चुकी है। हर चेहरे पर चिंता और अनिश्चितता का बोझ साफ नजर आता है। लेकिन इन मुश्किल हालातों के बीच राहत की परछाई भी उतनी ही मजबूत है।
कुल्लू में सेना के जवान हेलीकॉप्टर से राशन उतारकर भूख मिटाने का सहारा बन रहे हैं। लुधियाना के ससराली गांव में ग्रामीणों संग मिलकर सतलुज का पानी रोकने के लिए नया बांध खड़ा किया जा रहा है। पटियाला में घग्गर किनारे हेल्प एज इंडिया की टीम दवाइयां बांट रही है, जबकि घोनेवाल गांव में स्वयंसेवक एक बुजुर्ग दंपत्ति का टूटा घर दुरुस्त कर उम्मीद की लौ जगा रहे हैं। इंसानियत और सहयोग की यही ताकत आपदा के अंधेरे में रोशनी की तरह चमक रही है और टूटे हौसलों को फिर से जोड़ रही है।