Delhi Police Commissioner: अबोहर की गली नं. 11 से दिल्ली पुलिस मुख्यालय तक, सतीश गोलछा की सफलता की कहानी
स्थानीय गली नं. 11 निवासी माहल चंद गोलछा के बेटे सतीश गोलछा ने अपनी प्राथमिक शिक्षा हिंदी महाजनी स्कूल से शुरू की। यह स्कूल अब बंद हो चुका है। इसके बाद तीसरी से सातवीं कक्षा तक गोलछा ने पंडित हेतराम शर्मा के जीडी सीनियर सेकेंडरी स्कूल तक पढ़ाई की, जबकि सातवीं से 10वीं तक की पढ़ाई अजम्पशन कांन्वेंट स्कूल से की।
अजम्पशन कान्वेंट स्कूल की स्थापना उसी वर्ष हुई और सातवीं कक्षा में सतीश गोलछा ने पहले विद्यार्थी के रूप में दाखिला लिया। इसके बाद 11वीं और 12वीं की पढ़ाई माहेश्वरी पब्लिक स्कूल जयपुर से की। जबकि बी.कॉम चंडीगढ़ और सीए की पढ़ाई दिल्ली से पूरी की। इसी बीच वर्ष 1985 में गोलछा का परिवार अबोहर छोडक़र गुजरात के सूरत में बस गया और वहां पर हीरों का कारोबार करने लगे। गोलछा ने एलएलबी की पढ़ाई सूरत से पूरी की।
वर्ष 1992 में सतीश गोलछा ने आईपीएस की परीक्षा उत्तीर्ण की और दादर नगर हवेली के दमन से बतौर एएसपी के रूप में सरकारी सेवा की शुरूआत की। इसके बाद उन्होंने गोवा के एसपी, दिल्ली के डीसीपी, सीबीआई, दिल्ली के स्पेशल कमिश्रर लॉ एंड ऑर्डर क्राइम, अरुणाचल प्रदेश के डीजीपी तथा स्पेशल सीपी इंटेलीजेंस के रूप में अपनी शानदार सेवाएं देते हुए 1 मई 2024 को वे तिहाड़ जेल के डीजी बनाए गए।