चंडीगढ़/मानसा, 29 मई (ट्रिन्यू)
पंजाब के मानसा जिले में रविवार को मशहूर पंजाबी गायक एवं अभिनेता शुभदीप सिंह उर्फ सिद्धू मूसेवाला (27) की गोली मारकर हत्या कर दी गयी। गौर हो कि एक दिन पहले ही पंजाब सरकार ने उनकी सुरक्षा वापस ले ली थी। यह वारदात उस समय हुई जब शाम के समय मूसेवाला अपनी थार गाड़ी में खुद ड्राइविंग करते हुए अपनी रिश्तेदारी में गांव खारा बरनाला की ओर जा रहे थे। प्राप्त जानकारी के अनुसार जैसे ही वह गांव जवाहरके पहुंचे तो सामने से आ रही दो गाड़ियों में से निकले कुछ अज्ञात व्यक्तियों ने मूसेवाला की गाड़ी पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी। करीब 40 राउंड गोलियां चलीं, इनमें से मूसेवाला को सात गोलियां लगीं। मूसेवाला की मौके पर ही मौत हो गयी।
गोलियों से घायल मूसेवाला और उनके साथियों को सिविल अस्पताल मानसा पहुंचाया गया था, जहां पर मूसेवाला को डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। वारदात के दौरान घायल हुए उनके दो साथियों को मानसा से बाहर रैफर कर दिया गया है। ये दोनों युवक पिंका और बिंटा गांव मूसा के ही रहने वाले हैं और ये उसके साथ मूसा से ही गाड़ी में सवार हुए थे। मामले की सूचना मिलते ही चारों ओर हड़कंप मच गया और यह खबर जंगल के आग की तरह फैल गयी। बड़ी संख्या में लोग मानसा के सिविल अस्पताल में जमा हो गए। मानसा के सिविल सर्जन डॉक्टर रंजीत सिंह राय के अनुसार अस्पताल लाए जाने से पहले ही मूसेवाला की मौत हो चुकी थी। मौत की पुष्टि होने के बाद अस्पताल में लोगों को नियंत्रित करना पुलिस के लिए मुश्किल हो गया। लोगों ने पंजाब सरकार के खिलाफ जबरदस्त नारेबाजी भी की।
मामले की सूचना मिलने पर एसएसपी गौरव तूरा पुलिस दल के साथ मौके पर पहुंचे। वारदात स्थल से पुलिस को कारतूसों के कुछ खोखे मिले हैं। बताया जाता है कि इन खोखों में कई एएन-94 के हैं। रूस निर्मित यह स्वचालित हथियार एके 74 शृंखला का हिस्सा है। इस हथियार से 1800 राउंड प्रति मिनट गोलियां चल सकती हैं।
अभी तक हमलावरों के बारे में कोई सुराग नहीं मिल सका है। प्राप्त जानकारी के अनुसार भागते हुए हमलावरों ने किसी व्यक्ति से उसकी ऑल्टो कार छीनी और उसमें बैठकर फरार हो गए। हमलावर खुद दो गाड़ियों में सवार होकर आए थे। पुलिस मामले की जांच में जुट गई है।
लोग मूसेवाला की सुरक्षा वापस लिए जाने का भी विरोध कर रहे थे। मूसेवाला के साथ पहले आठ सुरक्षाकर्मी रहते थे, लेकिन अब दो ही रह गए थे और वारदात के समय इन दोनों में से कोई भी साथ नहीं था। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि हमलावर काले रंग की गाड़ी में आए थे और उन्होंने तीस से चालीस फायर मूसेवाला की जीप पर किए। यह सब इतनी तेजी से हुआ कि मूसेवाला को अपनी सीट से हिलने का भी मौका नहीं मिला।
गैंगस्टर से मिली थी धमकी
गायकी के क्षेत्र से राजनीति में आए सिद्धू मूसेवाला को गैंगस्टर की ओर से धमकी भी मिली थी। हालांकि पुलिस ने अभी तक इस बात की कोई पुष्टि नहीं की है, लेकिन मूसेवाला ने निजी सुरक्षाकर्मी भी रखे थे। इस दौरान इस बात की भी चर्चा है कि मूसेवाला ने संगरूर लोकसभा सीट के उप चुनाव के लिए अकाली दल (अमृतसर) सिमरनजीत सिंह मान की मदद करने की बात कही थी। रविवार की वारदात को कुछ लोग इस घटनाक्रम से भी जोड़ रहे हैं। मूसेवाला ने इस बार विधानसभा चुनाव मानसा से कांग्रेस के टिकट पर लड़ा था, लेकिन उन्हें आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार डॉ. विजय सिंगला ने 63 हजार वोटों के अंतर से हरा दिया था। राजनीति में आने से पहले उन्होंने अपनी मां को गांव मूसा का सरपंच बनाया था। उल्लेखनीय है कि मूसेवाला मां-बाप का इकलौता बेटा था और अविवाहित था।
सिद्धू मूसेवाला की बर्बर हत्या से मैं स्तब्ध और अत्यधिक दुखी हूं। हमले में संलिप्त किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा। उनके परिवार और दुनिया भर में उनके प्रशंसकों के साथ मेरी संवेदनाएं हैं। मैं हर किसी से शांत रहने की अपील करता हूं।
-भगवंत मान, मुख्यमंत्री- पंजाब
गोलीबारी में सिद्धू मूसेवाला की मौत के बारे में सुनकर स्तब्ध हूं-व्हाट्सएप के माध्यम से प्राप्त वीडियो को संवेदनशीलता के कारण साझा नहीं कर रहा हूं, लेकिन उन्हें कई गोलियां मारी गई हैं।
-जयवीर शेरगिल, प्रवक्ता-कांग्रेस
मूसेवाला की हत्या से साबित हो गया कि सरकार को अपराधी चला रहे हैं, न कि भगवंत मान। आप के शासन में पंजाब में कानून और व्यवस्था का राज खत्म हो चुका है। पिछले दो महीनों में राज्य में 50 से अधिक हत्याएं हो चुकी हैं।
-अश्विनी शर्मा, पंजाब प्रदेश अध्यक्ष-भाजपा