संत लोंगोवाल ने अमन-शांति के लिए दिया बलिदान : अरोड़ा
पंजाब के कैबिनेट मंत्री और आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अमन अरोड़ा ने लोंगाेवाल में आज कहा कि संत हरचंद सिंह लोंगोवाल ने निजी स्वार्थ से ऊपर उठकर पंजाब की अमन-शांति और एकता के लिए बलिदान दिया। राज्य की जनता उनकी कुर्बानी को हमेशा इसी तरह नमन करती रहेगी। उन्होंने कहा कि संत लोंगोवाल क़ौम के महान शहीद हैं। उन्होंने पंजाब की एकता और शांति के लिए अपनी जान की परवाह नहीं की। उन्होंने राज्य में शांति और भाईचारे की सौहार्दपूर्ण साझ बनाए रखने के लिए निजी स्वार्थ से ऊपर उठकर कार्य किया। उनका जीवन हर अमन-पसंद व्यक्ति के लिए प्रेरणा स्रोत है। वह किसी एक पार्टी या धड़े के नेता नहीं थे, बल्कि संपूर्ण जनसमुदाय के मार्गदर्शक थे। उन्होंने इस बात पर दुख प्रकट किया कि आज भी कुछ राजनीतिक पार्टियां, जो स्वयं को पंथक कहती हैं, संत हरचंद सिंह लोंगोवाल के नाम पर छोटी राजनीति कर रही हैं।
इससे पहले कार्यक्रम को संबोधित करते हुए डिप्टी कमिश्नर संदीप ऋषि ने महान शहीद लोंगोवाल को याद किया और रक्तदान कैंप में शामिल होने के लिए कैबिनेट मंत्री अमन अरोड़ा तथा अन्य लोगों का धन्यवाद किया। इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री अमन अरोड़ा ने स्वयं रक्तदान किया। मौके पर एसडीएम चरनजोत सिंह वालिया, परमिंदर कौर बराड़ अध्यक्ष नगर काउंसिल लोंगोवाल, बड़ी संख्या में अधिकारी और क्षेत्रवासी उपस्थित थे। आज शहीद संत हरचंद सिंह लोंगोवाल की 40वीं बरसी के अवसर पर अनाज मंडी लोंगौवाल में इंडियन रेड क्रॉस सोसायटी, जिला शाखा संगरूर द्वारा आयोजित रक्तदान शिविर भी आयोजित किया गया।
केंद्र के आगे कभी नहीं झुकेंगे : सुखबीर
शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने आज कहा कि पंथक आदर्श और सिद्धांत उनके लिए सर्वोच्च हैं और वे सत्ता के लिए पंथ की प्रतिष्ठा से कभी समझौता नहीं करेंगे। अकाली दल के अध्यक्ष संत हरचंद सिंह लोंगोवाल की 40वीं पुण्यतिथि के अवसर पर उनके पैतृक गांव लोंगोवाल में आयोजित एक विशाल पार्टी सम्मेलन में उन्होंने पिछले 40 वर्षों में अभूतपूर्व उपस्थिति के साथ एक विशाल जनसमूह को संबोधित किया। श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए सुखबीर सिंह बादल ने कहा कि पंथ और पंजाब का सम्मान उनके लिए हमेशा सर्वोपरि रहा है। उन्होंने कहा कि उन्होंने प्रेम सिंह चंदूमाजरा, परमिंदर सिंह ढींडसा और सुरजीत सिंह रखड़ा जैसे नेताओं को यह बात स्पष्ट कर दी है।
उन्होंने कहा, ये नेता मुझे समझौता करने के लिए मजबूर करना चाहते थे ताकि वे सांसद और मंत्री बन सकें, लेकिन मैंने उनसे कहा कि समुदाय और पंजाब के मुद्दों को सुलझाना मेरे लिए सबसे ज़रूरी है और जब तक ये समस्याएं हल नहीं हो जातीं, मैं उनकी बात कभी नहीं मानूंगा। अकाली दल अध्यक्ष ने स्पष्ट किया कि वह पंजाब के अधिकारों की रक्षा के लिए आगे लड़ेंगे और केंद्र के आगे नहीं झुकेंगे। सम्मेलन के दौरान वरिष्ठ नेता बलदेव सिंह मान, परमजीत सिंह सरना, महेशइंदर सिंह ग्रेवाल, हीरा सिंह गाबरिया, विनरजीत सिंह, मास्टर तेजिंदर सिंह संगरेहड़ी, गुलजारी मुनक, सतनाम राही, कुलवंत सिंह कांता, जाहिदा सुलेमान, तेजिंदर निसाह मिद्दूखेड़ा, यूथ अकाली दल प्रधान सरबजीत सिंह जिंझर, एसओआई प्रधान रणबीर सिंह व अन्य मौजूद रहे। खालसा, गुरलाला सिंह फतेहगढ़ और परमजीत कौर विरक ने भी संबोधित किया।