Sangrur Drug Smuggling Racket : संगरूर जेल में तस्करी रैकेट का भंडाफोड़ डीएसपी समेत 19 गिरफ्तार
गुरतेज सिंह प्यासा/संगरूर, 15 मई (निस)
Sangrur Drug Smuggling Racket : जिला जेल संगरूर में नशीले पदार्थ व मोबाइल फोन कारोबार के मामले में एक कदम आगे बढ़ाते हुए संगरूर पुलिस ने जेल में तैनात डीएसपी (सुरक्षा) को नामजद किया है और उसको गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने जेल में छापा मारकर पचास ग्राम अफीम, नौ फोन, चार स्मार्ट घड़ियां आदि बरामद की थीं। पुलिस ने डीएसपी गुरप्रीत सिंह को गिरफ्तार कर लिया है। उक्त मामले में पुलिस ने 2 अप्रैल को अमृतसर निवासी मनप्रीत सिंह उर्फ मनी को चार किलो हेरोइन, 5.5 लाख रुपये की ड्रग मनी और एक पिस्तौल के साथ गिरफ्तार किया था।
एसएसपी सरताज सिंह चहल ने कहा कि जांच में यह भी पता चला है कि आरोपी डीएसपी ने कैदी गुरचेत के रिश्तेदार से 40,000 रुपये नकद और अपनी पत्नी के खाते में यूपीआई के माध्यम से 26,000 रुपये प्राप्त किए थे, ताकि जेल परिसर में 25 ग्राम हेरोइन और दो मोबाइल फोन पहुंचाए जा सकें। कुल 25 ग्राम हेरोइन में से 12 ग्राम हेरोइन रवि नामक एक अन्य कैदी से बरामद की गई है, जो गुरचेत के निर्देश पर कैदियों को ड्रग्स बेचता था।
एसएसपी ने कहा कि कुल 19 आरोपियों में डीएसपी गुरप्रीत सिंह, कर्मचारी परशांत, ड्रग तस्कर मनप्रीत सिंह, कैदी गुरचेत की मां की पहचान बंतो उर्फ बंसो और 15 कैदियों की पहचान गुरविंदर सिंह, लवजीत सिंह, सिकंदर सिंह, परगट सिंह, सुल्तान सिंह, अमन कुमार, अजय, लुधियाना के हरप्रीत सिंह, ऋषिपाल, धूरी के हरप्रीत सिंह, मुन्ना, गुर राज सिंह, रघवीर सिंह, गुरचेत सिंह और राजीव कौशल उर्फ गग्गू शामिल हैं। अब तक गिरफ्तार किया जा चुका है।
आज इस मामले की जानकारी देते हुए एसएसपी संगरूर सरताज सिंह चाहल ने बताया कि जेल से मोबाइल व अफीम बरामदगी के मामले में मनप्रीत सिंह को पहले भी 4 किलो हेरोइन सहित गिरफ्तार किया गया था तथा जेल के एक दर्जा चार कर्मचारी को भी नशा तस्करी के आरोप में गिरफ्तार किया गया था, जबकि इस मामले की जांच के बाद पता चला कि नशे का कारोबार जेल में तैनात डीएसपी गुरप्रीत सिंह द्वारा चलाया जा रहा है। बदले में डीएसपी यूपीआई की मदद से अपने परिवार के सदस्यों और रिश्तेदारों के खातों में पैसे ट्रांसफर करता था। पुलिस ने डीएसपी को गिरफ्तार कर लिया है और मामले में उसका नाम भी शामिल कर लिया है।
उल्लेखनीय है कि जिले में 9 मोबाइल फोन, 4 स्मार्टवॉच, 50 ग्राम अफीम व अन्य प्रतिबंधित वस्तुएं बरामद की गई हैं। प्रारंभिक जांच में संगरूर निवासी चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी प्रशांत मजूमदार को गिरफ्तार किया गया। जेल के कैदी गुरविंदर सिंह समेत आठ विचाराधीन कैदियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। जब गुरविंदर सिंह को प्रोडक्शन वारंट पर लाकर पूछताछ की गई तो उसका संपर्क अमृतसर के मनप्रीत सिंह उर्फ मनी से पाया गया, जिसके पास से पुलिस ने चार किलोग्राम हेरोइन बरामद की। यह व्यक्ति जेल में कैदियों, जेल डीएसपी और चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी की मदद से नशे का कारोबार चला रहा था।
इसका खुलासा पंजाब के डीजीपी गौरव यादव ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर पोस्ट करके यह जानकारी दी है।डीजीपी की तरफ से बताया गया है कि पुलिस की जांच में सामने आया है कि अमृतसर से तस्करी में पकड़े गए मनप्रीत सिंह से इसके तार जुड़ रहे है। जो कैदी गुरविंदर सिंह का सहयोगी है, जो वर्तमान में संगरूर जेल में बंद है। मनप्रीत सिंह के कब्जे से पुलिस ने 4 किलोग्राम हेरोइन, 5.5 लाख रुपए की ड्रग मनी, एक ग्लॉक पिस्तौल और बरामद किए।
डीजीपी के मुताबिक जांच के दौरान संगरूर जेल के डीएसपी सुरक्षा गुरप्रीत सिंह को जेल के अंदर तस्करी गतिविधियों में शामिल होने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। वह परिसर में ड्रग्स और मोबाइल फोन की तस्करी में सक्रिय रूप से शामिल पाया गया था और अपने परिवार के सदस्यों से जुड़े यूपीआई के माध्यम से खातों में भुगतान प्राप्त कर रहा था। हम आपराधिक तत्वों के साथ किसी भी प्रकार के आंतरिक समझौते या मिलीभगत के प्रति जीरो टालरेंस नीति के लिए प्रतिबद्ध हैं।
किसी भी व्यक्ति को चाहे उसका पद या ओहदा कुछ भी हो - अवैध गतिविधियों में संलिप्त पाए जाने पर बख्शा नहीं जाएगा। संगरूर जेल में चल रहे इस तस्करी मामले की अब आगे जांच की जा रही है। अधिकारियों का कहना है कि इस रैकेट में और भी आरोपी सामने आ सकते हैं तथा जेल प्रशासन के अन्य अधिकारियों की भूमिका की भी गहराई से जांच की जा रही है।