नयी दिल्ली, 19 सितंबर (भाषा)
शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के असंतुष्ट नेता सुखदेव सिंह ढींढसा ने शनिवार को आरोप लगाया कि कृषि विधेयकों को लेकर पार्टी का ‘दोहरा चेहरा’ सामने आ गया है। उन्होंने पूछा कि हरसिमरत कौर बादल ने जून में केंद्रीय मंत्रिमंडल द्वारा विधेयकों को मंजूरी दिये जाने के बाद मंत्री पद से इस्तीफा क्यों नहीं दिया? तीन कृषि विधेयकों के लोकसभा में पारित होने के बाद अकाली दल की नेता हरसिमरत कौर ने बृहस्पतिवार को केंद्रीय मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। शिअद केंद्र की भाजपा नीत सरकार की गठबंधन सहयोगी है। इनमें से दो कृषि विधेयक रविवार को राज्यसभा में पेश किए जाने की संभावना है। कुछ महीने पहले ही शिअद का साथ छोड़कर शिरोमणि अकाली दल (डेमोक्रेटिक) का गठन करने वाले ढींढसा ने आरोप लगाया कि हरसिमरत अब इस्तीफा देकर ‘नाटक’ कर रही हैं और अब यह कामयाब नहीं होगा, क्योंकि पंजाब की जनता के सामने शिअद का पर्दाफाश हो गया है। उन्होंने पीटीआई-भाषा से कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल समेत शिअद का नेतृत्व ‘पंथ (सिख समुदाय) के साथ नहीं खड़ा है और शिअद ने मेरे और किसानों के साथ धोखा किया है। मुझे उनके व्यवहार और विधेयकों को लेकर उनके रुख पर अफसोस है।’ ढींढसा ने कहा, ‘ जनता ने बादल का असली चेहरा देख लिया है।’