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बेलदारों के शाही ठाठ : ड्यूटी के लिए रखे प्राइवेट बेलदार

लंबी क्षेत्र में नहर विभाग पंजाब के बेलदारों का ‘शाही अंदाज़’ सुर्खियों में है। ड्यूटी पर खुद आने की बजाय कुछ बेलदार कथित तौर पर ‘प्राइवेट मुलाज़िमों’ से बेलदारी करवाते हैं। बताया जा रहा है कि ये बेलदार हाल ही...
प्रतिकात्मक चित्र
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लंबी क्षेत्र में नहर विभाग पंजाब के बेलदारों का ‘शाही अंदाज़’ सुर्खियों में है। ड्यूटी पर खुद आने की बजाय कुछ बेलदार कथित तौर पर ‘प्राइवेट मुलाज़िमों’ से बेलदारी करवाते हैं। बताया जा रहा है कि ये बेलदार हाल ही में पंजाब के शाही शहर से तबादले पर पहुंचे हैं। मंगलवार को मिठड़ी माइनर में पड़ी दरार ने इस अंदरूनी खेल को उजागर कर दिया। राहत कार्य के दौरान एक भी बेलदार मौके पर नहीं मिला। सिर्फ मेहना नहरी कोठी से एक महिला बेलदार ही स्थिति को देखने आई, जबकि किसानों ने अपने स्तर पर ही माइनर के दरार को भरा।

सूत्रों के मुताबिक उस समय पूरे क्षेत्र में केवल एक बेलदार तैनात था, जो अकेले करीब छह माइनरों की निगरानी कर रहा था। बेलदारों के कथित ‘प्राइवेट मुलाज़िम’ भी नदारद रहे। बाढ़ जैसे हालातों में यह लापरवाही बेहद खतरनाक साबित हो सकती थी। ‘शाही बेलदारों’ की गैरहाज़िरी का बहाना लंबी से दूरी बताया जा रहा है। आरोप है कि अधिकारी बेलदारों की ड्यूटी की निगरानी ही नहीं करते, जिस कारण बेलदार घर बैठे अफसरों जैसी ‘शाही जिंदगी’ जी रहे हैं। असलियत में नहर सुरक्षा व्यवस्था में बेलदार अहम कड़ी हैं। उनकी गैरमौजूदगी से नहरों की देखरेख और किनारों की सुरक्षा हमेशा खतरे में रहती है। सूत्रों का कहना है कि बेलदारों को अफसरों की कथित भ्रष्टाचार वाली तिकड़मों की जानकारी होती है, इसलिए उनकी मनमानी को अनदेखा कर दिया जाता है।

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मामला गंभीर, होगी कार्रवाई

नहर विभाग बठिंडा के कार्यकारी इंजीनियर जगमीत सिंह ने कहा कि यदि बेलदारों की जगह प्राइवेट लोग ड्यूटी कर रहे हैं तो यह बेहद गंभीर मामला है। हाल ही में तीन बेलदार दूसरे ज़िले से ट्रांसफर होकर आए हैं। जांच करवा कर और दोषियों पर सख्त कार्रवाई होगी।

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