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 रिपोर्ट सौंपी, अध्यक्ष झींडा दोषी करार

हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधक समिति के अध्यक्ष जगदीश सिंह झींडा ने समिति के सदस्यों के विरोध के बावजूद 1975 के आपातकाल के विरोध में काला दिवस मनाया था । इस मामले में गठित 5 सदस्यीय उपसमिति ने जांच रिपोर्ट...
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हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधक समिति के अध्यक्ष जगदीश सिंह झींडा ने समिति के सदस्यों के विरोध के बावजूद 1975 के

आपातकाल के विरोध में काला दिवस मनाया था । इस मामले में गठित 5 सदस्यीय उपसमिति ने जांच रिपोर्ट सौंप दी है। रिपोर्ट में अध्यक्ष झींडा को दोषी करार दिया गया है। अध्यक्ष झींडा ने मीडिया में घोषणा की थी के काला दिवस समारोह में गुरु की गोलक का एक भी रुपया खर्च नहीं किया गया और न ही हरियाणा समिति के कर्मचारियों के वाहनों या कारों का उपयोग किया गया । झींडा ने मीडिया को बताया था कि काला दिवस समारोह पर हुए खर्च को देश-विदेश की सिख संगतों से व्यक्तिगत रूप से एकत्रित किया गया था । जिसके बाद हरियाणा कमेटी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष गुरमीत सिंह रामसर द्वारा हरियाणा कमेटी कनिष्ठ उपाध्यक्ष गुरवीर सिंह तलाकौर के नेतृत्व में काला दिवस समारोह पर हुए खर्च की जांच के लिए 5 सदस्यीय उपसमिति का गठन किया गया था ।

। उप-समिति द्वारा सौंपी गई रिपोर्ट में अध्यक्ष जगदीश सिंह झींडा को दोषी पाया गया है । सब-कमेटी ने रिपोर्ट में पूरे सबूतों के साथ जानकारी दी है कि किस तरह से प्रधान झींडा ने गुरु की गोलक,गाड़ियों और कर्मचारियों का दुरुपयोग किया और देश-विदेश में सिख संगतों से बेहिसाब पैसा इकट्ठा किया । रामसर ने कहा कि प्रधान झींडा ने खुद मीडिया में माना है कि काला दिवस पर हुआ खर्च 7, 66 , 220 रुपये था बाकी इकट्ठा किए गए पैसों का कोई हिसाब नहीं है । जो सीधे तौर पर प्रधान के पद के दुरुपयोग और भ्रष्टाचार से जुड़ा है।

 

 

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