कपूरथला, 7 अप्रैल (निस)
विधानसभा हलका सुल्तानपुर लोधी से निर्दलीय विधायक राणा इंद्र प्रताप सिंह की ओर से बीते मंगलवार को तहसील के कुछ अधिकारियों के साथ बैठक कर आवश्यक हिदायत देने का मामला गरमा गया है। इस मामले को आम आदमी पार्टी के नेता सज्जन सिंह चीमा ने हाईकमान और कुछ मंत्रियों समक्ष उठाते हुए सख्त एतराज जताया। मामले को लेकर माझा से संबंधित मंत्री की ओर से अधिकारियों को निर्देश जारी किए गया है कि सुल्तानपुर लोधी, भुलत्थ और कपूरथला में आप के नेताओं की बात मानी जाए। इससे विधायक व आम आदमी के सीनियर नेता के बीच तकरार बढ़ गयी है। बताते चलें कि हलका सुल्तानपुर लोधी से चुनाव लड़ने वाले सज्जन सिंह चीमा चुनाव नहीं जीत सके थे जबकि वह लंबे समय से इलाके में पूरी तरह सरगर्म रहे थे। उधर, सुल्तानपुर लोधी से पूर्व कैबिनेट मंत्री राणा गुरजीत सिंह के बेटे राणा इंद्रप्रताप सिंह ने निर्दलीय के तौर पर जीत हासिल की थी। चीमा की शिकायत पर संज्ञान लेते हुए माझा क्षेत्र से संबंधित कैबिनेट मंत्री की ओर से जिले के वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी को फोन पर आदेश सुनाया गया है कि सुल्तानपुर लोधी, भुलत्थ एवं कपूरथला हलके में आप नेताओं की बात सुनी जाए और उनके कार्य पहल के आधार पर होने चाहिए। इस संबंध में आप नेता सज्जन सिंह चीमा का कहना है कि यह लोग मिलीभगत करके लूटना चाहते हैं लेकिन अब ऐसा नहीं होने दिया जाएगा।
जवाब मांगना जनप्रतिनिधि का अधिकार : राणा इंद्र प्रताप
विधायक राणा इंद्र प्रताप सिंह से संपर्क करने पर उन्होंने बताया कि लोगों के दफ्तरों में काम नहीं हो रहे है। तहसील में रोजाना लोग परेशान हो रहे है। मैंने अधिकारियों से विभिन्न कार्यों की लिस्ट बनाने और उन्हें समय पर निपटाने की हिदायत की है। इस मुद्दे को लेकर आप नेता की तरफ से एतराज किए जाने के सवाल पर राणा इंद्रप्रताप ने कहा कि अगर एमएलए अधिकारियों से नहीं पूछेगा तो फिर कौन पूछेगा। यह एक विधायक का संवैधानिक अधिकार है।