मुख्यमंत्री के शहर में बारिश ने मचाई तबाही
संगरूर शहर में पिछले दो दिन से हो रही बारिश ने पूरे शहर को जलमग्न कर दिया। शहर की शायद ही कोई सड़क या गली हो जहां बारिश का पानी न दिखाई दे रहा हो। संगरूर को सीएम सिटी कहा जाता है, लेकिन इन दिनों शहर की हालत किसी गरीब गांव जैसी है। थोड़ी सी बारिश में ही मुख्य बाजार और गलियां झील में तबदील हो जाती हैं। पहले से ही सीवरेज जाम की समस्या से जूझ रहे शहर निवासियों की परेशानी भी बारिश ने बढ़ा दी है। संगरूर में 11.2 एमएम बारिश दर्ज की गई।
गौरतलब है कि मानसून से पहले डीसी संगरूर ने नगर कौंसिल और सीवरेज बोर्ड के अधिकारियों को बैठकों के दौरान कई बार सीवर और नालियों की सफाई करने के आदेश दिए थे, लेकिन अब बारिश के आते ही नगर कौंसिल और सीवरेज बोर्ड के प्रबंधों की पोल खुलने लगी है। बुधवार को हुई बारिश के कारण शहर के मुख्य बाज़ार पटियाला गेट, धुरी गेट, सुनामी गेट, एक्सचेंज रोड, क्लब रोड, प्रेम बस्ती, गुरु नानक कॉलोनी, हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी, राम बस्ती समेत कई इलाकों में बारिश का पानी भर गया और लोगों को निकलने में दिक्कतों का सामना करना पड़ा।
आज थोड़ी सी बारिश के बाद प्रेम बस्ती रोड पर घुटनों तक पानी भर गया। जिससे छोटे बच्चों और बुजुर्गों को आनेजाने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। गली निवासियों ने बताया कि इस गली में पानी की निकासी न होने के कारण गली में पानी भर गया है। उन्होंने कई बार वार्ड एमसी और प्रशासन को गली में जमा पानी के बारे में सूचित किया है, लेकिन इस समस्या का कोई समाधान नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री का शहर होने के बावजूद शहरवासियों को ऐसी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।
सीवर जाम की समस्या भले ही पूरे शहर में है, लेकिन रामनगर बस्ती के निवासियों को सबसे ज़्यादा जल निकासी की समस्या का सामना करना पड़ रहा है। यहां की गलियां बरसात के दिनों में भी गंदे पानी से भरी रहती हैं और लोग नारकीय जीवन जीने को मजबूर हैं। गंदे पानी से हर समय निकलने वाली बदबू से यहां का वातावरण प्रदूषित हो रहा है और बस्ती में कोई गंभीर बीमारी फैलने का खतरा भी लोगों को सता रहा है। बारिश लोगों की समस्या को और गंभीर बना रही है।