चंडीगढ़, 21 जून (ट्रिन्यू)
पंजाब विजिलेंस ब्यूरो ने भ्रष्टाचार के आरोप में एक वरिष्ठ आईएएस संजय पोपली तथा उसके सहयोगी संदीप वत्स को गिरफ्तार किया है। आरोपियों ने पंजाब में एक ठेकेदार से सीवरेज पाइपलाइन डालने के प्रोजेक्ट में एक प्रतिशत कमीशन मांगने का आरोप है। सोमवार की रात गिरफ्तारी के बाद विजिलेंस ब्यूरो ने आरोपियों को मंगलवार को मोहाली की अदालत में पेश किया जहां से उन्हें चार दिन के रिमांड पर भेज दिया गया है।
हरियाणा के करनाल निवासी शिकायतकर्ता संजय कुमार, दिखादला कोआपरेटिव सोसायटी लिमिटेड नाम की एक फर्म के साथ एक सरकारी ठेकेदार है। संजय ने बीती तीन जून को पंजाब सरकार की भ्रष्टाचार विरोधी हेल्पलाइन पर दी शिकायत में कहा कि आईएएस संजय पोपली जब पंजाब जल सप्लाई और सीवरेज बोर्ड में मुख्य कार्यकारी अध्किारी के पद पर तैनात थे तो उन्होंने अपने सहायक सचिव संदीप वत्स की मिलीभगत से 7.30 करोड़ रुपए के टैंडर क्लियर करने के लिए एक प्रतिशत रिश्वत की मांग की थी। शिकायतकर्ता ने बताया कि 12 जनवरी संजय पोपली ने फोन करके टैंडर अलाटमैंट के लिए सात लाख रुपए रिश्वत की मांग की। उसने 3.5 लाख रुपए संदीप वत्स को दे दिए। शिकायतकर्ता ने संजय पोपली के नाम पर संदीप वत्स की तरफ से बार-बार मांगे जा रहे बाकाया 3.5 लाख रुपए देने से इन्कार कर दिया था। शिकायतकर्ता ने सारी बातचीत की वीडियो रिकार्डिंग बनाकर विजीलैंस ब्यूरो को सौंप दी है। विजिलेंस ब्यूरो ने केस दर्ज करने के बाद संजय पोपली तथा उसके सहयोगी संदीप वत्स को गिरफ्तार कर लिया। जिसके बाद मंगलवार को दोनो आरोपियों को मोहाली की अदालत में पेश किया गया। अदालत ने उन्हें चार दिन के रिमांड पर भेज दिया है।
पोपली के समय में जारी टेंडरों की होगी जांच
मोहाली (निस) : पंजाब विजिलेंस ब्यूरो ने पंजाब जल सप्लाई और सीवरेज बोर्ड के उन सभी टेंडरों और पेमेंट की जांच शुरू कर दी है जोकि आईएएस अधिकारी संजय पोपली के बोर्ड के सीईओ रहते दिए गए। सूत्रों का कहना है कि पोपली के खिलाफ दो ओर नई शिकायतें मिली है जिनकी जांच शुरू कर दी गई है।