रुचिका एम. खन्ना
ट्रिब्यून न्यूज सर्विस
चंडीगढ़, 27 जून
पंजाब की आम आदमी पार्टी ने सोमवार को अपना पहला 1.55 लाख करोड़ रुपये का बजट पेश किया। बजट में कोई नया टैक्स नहीं लगाया गया है और बजट का फोकस शिक्षा, स्वास्थ्य और कृषि क्षेत्रों पर है। यद्यपि आप सरकार ने 18 वर्ष से अधिक उम्र की प्रत्येक महिला के लिए 1,000 रुपये के भत्ते के अपने वादे को लागू करने के लिए कोई प्रावधान या घोषणा नहीं की है, सरकार ने सभी को जुलाई से 300 यूनिट मुफ्त बिजली प्रदान करने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराते हुए प्रावधान किये हैं।
पंजाब की आप सरकार ने 1,55,859.78 करोड़ रुपये के खर्च के मुकाबले इस वित्त वर्ष में 95,378.28 करोड़ रुपये कमाने का प्रस्ताव रखा है। इसका मतलब होगा 12553.80 करोड़ रुपये का राजस्व के घाटे वाला बजट होगा।
चूंकि कोई नए कर की घोषणा नहीं की गई है और राजस्व प्राप्तियों में 2021-22 तक लगभग 14,000 करोड़ रुपये की वृद्धि का अनुमान है, वित्त मंत्री हरपाल चीमा ने कहा कि राजस्व वृद्धि आबकारी नीति के माध्यम से होगी, जिससे राज्य को 56 प्रतिशत की राजस्व वृद्धि मिलेगी। जीएसटी संग्रह में उछाल से राज्य को पिछले वर्ष की तुलना में 27 प्रतिशत की वृद्धि हुई राजस्व प्राप्त होगा और गैर-कर राजस्व में 11 प्रतिशत की वृद्धि। सरकार ने सरकारी क्षेत्र में 24,400 पदों को भरने और 36,000 कांट्रैक्ट कर्मचारियों के लिए नौकरियों को नियमित करने की भी घोषणा की।
वित्त मंत्री ने कहा कि सरकारी पोर्टल और ई-मेल के माध्यम से 20,384 सुझाव मिलने के बाद बजट तैयार किया गया है और इसमें स्वास्थ्य और शिक्षा सहित विभिन्न क्षेत्रों पर खासतौर से ध्यान दिया गया है। चीमा ने कागज रहित बजट को पढ़ते हुए कहा, ‘‘पहले साल में हमारा ध्यान तीन मुख्य बातों पर होगा – बिगड़ती राजकोषीय सेहत को ठीक करना, सार्वजनिक धन का प्रभावी उपयोग सुनिश्चित करके सुशासन के वादों को पूरा करना और स्वास्थ्य तथा शिक्षा पर ध्यान केंद्रित करना।”