Tribune
PT
About the Dainik Tribune Code Of Ethics Advertise with us Classifieds Download App
search-icon-img
Advertisement

Punjab News : मृत्यु के दो हफ्ते बाद दुबई से भारत पहुंचा रणजीत सिंह का पार्थिव शव

सरबत का भला चैरिटेबल ट्रस्ट की मुफ्त एंबुलेंस सेवा द्वारा हवाई अड्डे से घर भेजा गया शव
  • fb
  • twitter
  • whatsapp
  • whatsapp
featured-img featured-img
हवाई अड्डे पर रणजीत सिंह का पार्थिव शव परिवार को सौंपने मौके पंजाब अध्यक्ष सुखजिंदर सिंह हेर, शिशपाल सिंह, मनप्रीत संधू और अन्य
Advertisement

Punjab News : गुरदासपुर जिले के बटाला से निकटवर्ती गांव गिल मंझ के साथ संबंधित 40 वर्षीय रणजीत सिंह पत्र फौजा सिंह का पार्थिव शव आज दुबई से श्री गुरु रामदास अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा अमृतसर में पहुंचा। इस सबंध में जानकारी देते हुए डॉ. एस.पी सिंह ओबरॉय ने बताया कि रणजीत सिंह भी अन्य युवाओं की तरह अपने परिवार के अच्छे भविष्य के लिए करीब 4 वर्षों से दुबई में मेहनत मजदूरी कर रहा था।

उन्होंने बताया कि परिवार की तरफ से बताने अनुसार गत 4 जुलाई को काम दौरान हृदयगति रुकने के कारण उसकी मौत हो गई थी। उन्होंने बताया कि आज अमृतसर हवाई अड्डे से पार्थिव शव पीड़ित परिवार की उपस्थिति में ट्रस्ट के पंजाब अध्यक्ष सुखजिंदर सिंह हेर, जिलाध्यक्ष शिशपाल सिंह लाडी, महासचिव मनप्रीत सिंह संधू चमियारी, वित्त सचिव नवजीत सिंह घई और मनप्रीत सिंह कंबोज द्वारा प्राप्त करके ट्रस्ट की ही मुफ्त एंबुलेंस सेवा द्वारा उसके घर तक भेजा गया।

Advertisement

मृतक रणजीत सिंह की फाइल फोटो

उन्होंने बताया कि रणजीत सिंह का पार्थिव शव भेजने पर आया खर्च अन्य उसकी काम करने वाली कंपनी द्वारा ही किया गया है। डॉ. ओबरॉय ने यह भी बताया कि उनकी गुरदासपुर जिला टीम द्वारा जल्द ही परिवार की आर्थिक हालात से अवगत करवाने के बाद रणजीत सिंह की पत्नी को जरूरत अनुसार मासिक पेंशन दी जाएगी।

गौरतलब है कि डॉ. ओबरॉय की अगुवाई में अब तक 418 के करीब बदनसीब युवाओं के शव उनके परिजनों तक पहुंचाए जा चुके हैं और पिछले कुछ समय से हवाई अड्डा अमृतसर से पार्थिव शव घरों तक पहुंचाने के लिए मुक्त एंबुलेंस सेवा भी शुरू की गई है।

इस दौरान हवाई अड्डे पर मौजूद मृतक रणजीत के साला संतोख सिंह और गुरप्रीत सिंह, भाई मनविंदर सिंह, सरपंच सुखदीप सिंह और कुलवंत सिंह अन्य ने डॉ. एस.पी सिंह ओबरॉय का इस कठिन घड़ी के समय में बड़ी मदद करने के लिए दिल से आभार व्यक्त किया।

(अमित वर्मा)

Advertisement
×