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Punjab News : साइबर क्राइम पुलिस ने ऑनलाइन गेमिंग धोखाधड़ी रैकेट का किया पर्दाफाश, 8 ऑनलाइन ठग गिरफ्तार

खरड़ में दो अलग -अलग जगह से चला रहे थे रैकेट, अब तक 18 करोड़ की कर चुके हैं ठगी
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Punjab News : मोहाली साइबर अपराध पुलिस ने बड़े पैमाने पर ऑनलाइन गेमिंग धोखाधड़ी रैकेट का पर्दाफाश किया है। साइबर पुलिस ने इस गिरोह के 8 ऑनलाइन ठगों को गिरफ्तार किया है। यह गिरोह जिसने ऑनलाइन गेमिंग ऐप्स के माध्यम से उच्च रिटर्न का वादा करके पूरे भारत में आम नागरिकों को फंसाया।

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जांच में सामने आया है कि उसने पीड़ितों से लगभग 18 करोड़ रुपये की ठगी की है। आरोपियों के खिलाफ थाना साइबर क्राइम में बीएनएस की धारा 318(4) व आईटी एक्ट की धारा 66 के तहत मामला दर्ज किया है। एसएसपी मोहाली हरमनदीप हंस ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों की पहचान पंकज गोस्वामी निवासी हनुमानगढ़ राजस्थान, भैवन कुमार उलिके निवासी नागपुर महाराष्ट्र, गुरप्रीत सिंह निवासी हनुमानगढ़ राजस्थान, मंजीत सिंह निवासी टिब्बी राजस्थान, निखिल कुमार निवासी जौनपुर बिहार, अजय निवासी टिब्बी राजस्थान, हर्ष कुमार निवासी मध्य प्रदेश व रितेश माझी निवासी सुभाष चौक मध्य प्रदेश के रूप में हुई है।

आरोपियों से 5 लैपटॉप, 51 मोबाइल फोन, 70 सिम कार्ड, 127 बैंक एटीएम कार्ड व ढाई लाख कैश बरामद हुआ है। सभी आरोपियों को जिला अदालत में पेश किया गया जोकि पुलिस रिमांड पर हैं। एसएसपी ने बताया कि डीएसपी साइबर क्राइम रुपिंदर कौर सोही को खुफिया सूचना मिली थी जिस पर कार्रवाई करते हुए साइबर पुलिस ने खरड़ के विभिन्न आवासीय क्षेत्रों में समन्वित छापे मारे जिनमें कोइयान सिटी होम्स गिल्को वैली और रॉयल अपार्टमेंट शामिल हैं। इन छापों के दौरान 8 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया और उनके कब्जे से भारी मात्रा में तकनीकी और वित्तीय सामग्री बरामद की गई।

एसएसपी ने बताया कि आरोपियों ने https://www.allpanelexch.com वेबसाइट के माध्यम इसे ऑनलाइन गेम खेलने और ज्यादा मुनाफा कमाने के प्लेटफार्म के रूप में प्रचारित करते थे। शुरुआत में वे व्हट्सएप पर नकली डेमो कमाई दिखाकर पीड़ितों को लुभाते थे और यूजर आईडी बनाने के लिए आकर्षक प्रोत्साहन देते थे। फिर पीड़ितों को एक लिंक के जरिए लॉग इन करने के लिए कहा जाता था और गेम में निवेश करने के बहाने विभिन्न खातों के जरिए बड़ी रकम ट्रांसफर करने के लिए राजी किया जाता था। जांच से पता चला है कि यह धोखाधड़ी का धंधा खरड़ में दो अलग-अलग जगहों से चलाया जा रहा था।

प्रारंभिक जांच में इस धंधे के पीछे के मास्टरमाइंड की पहचान विजय नाम के व्यक्ति के रूप में हुई है, जो फिलहाल फरार है। उसे पकड़ने के प्रयास जारी हैं और उसका एक लुकआउट नोटिस जारी किया गया है। साइबर पुलिस ने सार्वजनिक सलाह देते हुए कहा है की ऑनलाइन गेम या निवेश के अवसर प्रदान करने वाली वेबसाइटों के साथ बातचीत करते समय सावधानी का ध्यान रखें। उन्होंने कहा कि उचित सत्यापन या उचित परिश्रम के बिना कोई भी व्यक्तिगत या वित्तीय जानकारी सांझा करने से बचें।

(राजीव तनेजा)

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