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Punjab News : CM आवास का घेराव करने पहुंचे अध्यापकों और पुलिस के बीच झड़प, कई हुए चोटिल; कहा- हमारी सुनवाई नहीं हो रही

प्रदर्शनकारी मुख्य सड़क पर बैठ गए और सरकार के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की
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Punjab News : अपनी मांगों को लेकर आज मुख्यमंत्री आवास का घेराव करने के लिए मेरिटोरियस टीचर्स यूनियन पंजाब के नेतृत्व में एकत्रित हुए अध्यापकों और पुलिस के बीच झड़प हो गई। इस दौरान धक्का-मुक्की में कई प्रदर्शनकारी जमीन पर गिर पड़े और कुछ को मामूली चोटें भी आईं। कुछ देर बाद प्रदर्शनकारी मुख्य सड़क पर बैठ गए और सरकार के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की।

इससे पहले, राज्य भर से अध्यापक वेरका प्लांट के पास एकत्रित हुए। वहां से उन्होंने मुख्यमंत्री आवास की और मार्च निकाला, जहां पहले से तैनात पुलिस दल ने उन्हें आगे बढ़ने से रोक दिया। इस बीच, तेज बारिश में भी प्रदर्शनकारी डटे रहे। टीना ने कहा कि पैनल मीटिंग में वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा और शिक्षा मंत्री हरजोत सिंह बैंस ने मेरिटोरियस टीचर्स को रेगुलर करने पर सहमति जताई है। इसको लागू करने में और देरी की जा रही है, जो ठीक नहीं है। सरकार को जल्द मांगें पूरी करनी चाहिए, जिस कारण हमारी सुनवाई नहीं हो रही है।

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मुख्यमंत्री भगवंत मान स्वयं इन स्कूलों के अध्यक्ष हैं, ये स्कूल सीधे उनके अधीन हैं, मुख्यमंत्री ने मेधावी शिक्षकों के साथ एक भी बैठक नहीं की है। यूनियन की वरिष्ठ उपाध्यक्ष विपनीत कौर ने कहा कि शिक्षा के नाम पर सत्ता में बैठी आप पार्टी के दावे खोखले साबित हो रहे हैं। सरकार ने मेधावी शिक्षकों का बकाया एरियर और वेतन वृद्धि पूरी तरह से जारी नहीं की है। सरकार मांगों को अनदेखा कर रही है।

पिछले 10 वर्षों में वेतन वृद्धि नगण्य रही है, इससे अधिक शोषण और क्या हो सकता है। डेमोक्रेटिक टीचर्स फ्रंट के प्रदेश अध्यक्ष विक्रमदेव सिंह ने कहा कि पंजाब सरकार शिक्षा विभाग में मेधावी शिक्षकों को नियमित करे, अब और अन्याय करना ठीक नहीं है। डेमोक्रेटिक टीचर्स फ्रंट के महासचिव रेशम सिंह ने कहा कि वह मेधावी शिक्षक संघ के संघर्ष का समर्थन करते हैं। इस मौके पर मेधावी अध्यापक संघ के वित्त सचिव राकेश कुमार, राज्य नेता विकास कुमार, दविंदर सिंह, बूटा सिंह मान, मोहित पुनिया, सुखजीत सिंह, सिमरनजीत कौर, मनजिंदर कौर, दलजीत कौर, हरप्रीत सिंह, जसविंदर सिंह, मनोज कुमार, अजय कुमार, बिक्रमजीत सिंह मौजूद थे।

पुलिस ने प्रदर्शनकारी एनएसक्यूएफ व्यावसायिक शिक्षक लिए हिरासत में

एनएसक्यूएफ व्यावसायिक शिक्षकों ने मांगों को लेकर दिड़बा में राष्ट्रीय राजमार्ग पर धरना दिया। उन्होंने वित्त मंत्री हरपाल चीमा के दिड़बा स्थित कार्यालय का घेराव किया और उनका पुतला फूंका। कई घंटों की मशक्कत के बाद पुलिस ने दिल्ली-संगरूर राष्ट्रीय राजमार्ग पर बैठे प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया। पुलिस ने उन्हें अलग-अलग वाहनों में बिठाया। इसके बाद राष्ट्रीय राजमार्ग पर यातायात शुरू हुआ।

नेताओं ने कहा, आप सरकार अकुशल कर्मचारियों को स्थायी करने का सपना दिखाकर सत्ता में आई थी। लगभग 4 साल बीत जाने के बाद भी किसी अकुशल कर्मचारी को स्थायी नहीं किया गया। उल्टा सरकार ने सरकारी स्कूलों में कार्यरत 2633 एनएसक्यूएफ व्यावसायिक प्रशिक्षकों को नियमित करने के बजाय, उन्हें आउटसोर्स कंपनियों को सौंपने का दुर्भाग्यपूर्ण फैसला लिया है। 11 साल से निजी कंपनियों के अधीन सरकारी स्कूलों में काम कर रहे ये शिक्षक कई बार मुख्यमंत्री, शिक्षा मंत्री और वित्त मंत्री को उनके वादों की याद दिला चुके हैं।

आज एनएसक्यूएफ वोकेशनल टीचर्स फ्रंट, पंजाब द्वारा आयोजित रैली में अध्यापकों ने जोरदार प्रदर्शन किया। सरकार को सीधे तौर पर चेतावनी दी गई है कि जब तक हमारी मांगों का समाधान नहीं हो जाता, यह विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा। इस अवसर पर राज्य कमेटी सदस्य रणजीत सिंह बरनाला, भूपिंदर सिंह रोपड़, रणजीत सिंह नवांशहर, गुरजीत सिंह बठिंडा, सुखराजबीर सिंह तरनतारन व अन्य साथी मौजूद थे।

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