Tribune
PT
About the Dainik Tribune Code Of Ethics Advertise with us Classifieds Download App
search-icon-img
Advertisement

Punjab Flood : खनौरी हेडवर्क्स पर घग्गर ने पार किया खतरे के निशान

संगरूर जिले से गुज़रने वाली घग्गर नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। घग्गर नदी के खनौरी हेडवर्क्स और बुर्जी संख्या आरडी 460 पर जलस्तर खतरे के निशान 748 को पार कर 750.5 फीट तक पहुंच गया है। इसके चलते...
  • fb
  • twitter
  • whatsapp
  • whatsapp
featured-img featured-img
पटियाला के गांव हरचंदपुरा और तीपुर में मिट्टी के बाँध को मज़बूत करने में जुटे ग्रामीण। -रा.स
Advertisement

संगरूर जिले से गुज़रने वाली घग्गर नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। घग्गर नदी के खनौरी हेडवर्क्स और बुर्जी संख्या आरडी 460 पर जलस्तर खतरे के निशान 748 को पार कर 750.5 फीट तक पहुंच गया है। इसके चलते घग्गर नदी के किनारे बसे गांवों के किसानों की धड़कनें तेज़ हो गई हैं और वे फसलों को बचाने के लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं। दर्जनों गांवों के लोग घग्गर नदी के किनारों पर पहुंच गए हैं और तटबंधों को मज़बूत करने में जुटे हैं। घग्गर नदी के दाहिनी ओर गांव नाईवाला के पास घग्गर नदी में हल्की दरार आने की आशंका थी, लेकिन मौके पर मौजूद लोगों ने कड़ी मेहनत करके उसे मौके पर ही रोकने में कामयाबी हासिल कर ली है। इसी तरह, गाँव हरचंदपुरा में जब घग्गर नदी का पानी बहने लगा, तो किसानों ने उसे बड़ी मुश्किल से रोकने में कामयाब रहे।

एसडीएम अशोक कुमार ने बताया कि शुतराणा क्षेत्र के गांवों में अभी तक स्थिति ठीक है, लेकिन ऊपरी इलाकों में बारिश और पानी में लगातार वृद्धि के कारण स्थिति भयावह हो गई है।

Advertisement

€पटियाला में भारी बारिश के बाद आयी बाढ़ पर नजर रखे किसान। -राजेश सच्चर

टांगरी नदी में बहे पांच बच्चे, एक की मौत, चार बचाये

आज दोपहर देवीगढ़ क्षेत्र के गांव अहिरू खुर्द के पांच बच्चे टांगरी नदी का पानी देखने गांव भुन्नी गए और नदी में बह गए। इनमें से चार को बचा लिया गया जबकि एक की मौत हो गई। इस बच्चे का नाम मनवीर सिंह (12) पुत्र दशरत उर्फ ​​भोला है। एसडीएम दूधनसाधां कृपालवीर सिंह व पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे और परिवार के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की।

पटियाला के 105 गांव बाढ़ की चपेट में

पटियाला में बाढ़ प्रभावित गांवों की संख्या बढ़कर 105 हो गई। साथ ही टांगरी और मारकंडा नदियों के कारण भी बाढ़ आई। 10,600 एकड़ से ज़्यादा कृषि भूमि पर फसल को नुकसान पहुंचा। कई गांवों, खासकर निचले इलाकों में, घरों में पानी घुस गया। इससे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाना पड़ा। कुछ गांवों का सड़क संपर्क टूट गया और निवासियों को ऊंची जगहों या राहत केंद्रों पर जाने के लिए मजबूर होना पड़ा। बाढ़ ने धान और अन्य फसलों को भारी नुकसान पहुंचाया, अकेले पटियाला में 10,600 एकड़ से ज़्यादा कृषि भूमि प्रभावित हुई। घनौर उप-तहसील में 6,800 एकड़ से ज़्यादा भूमि क्षतिग्रस्त हुई। प्रशासन ने बाढ़ पीड़ितों को आश्रय और सहायता प्रदान करने के लिए पटियाला ज़िले में 28 राहत शिविर स्थापित किए हैं। बचाव और राहत कार्यों में सहायता के लिए सेना और राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) की टीमों को तैनात किया गया है। ज़िला अधिकारी लगातार जल स्तर की निगरानी कर रहे हैं और घग्गर और टांगरी नदियों के तटबंधों को मज़बूत कर रहे हैं।

Advertisement
×