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Punjab: कर्नल व उनके बेटे से मारपीट का मामला गरमाया, आज राज्यपाल से मिलेगा परिवार

Colonel assault case: 22 मार्च को पटियाला में विरोध प्रदर्शन की तैयारी
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अस्पताल में उपचाराधीन कर्नल। ट्रिब्यून
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पटियाला, 21 मार्च (ट्रिन्यू)

Colonel assault case: पंजाब के पटियाला में कर्नल पुष्पिंदर बाठ और उनके बेटे अंगद सिंह पर कथित पुलिस हमले का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। परिवार ने आरोप लगाया है कि अब तक जांच अधिकारी के बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई है।

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इस बीच, सोशल मीडिया पर इस घटना को लेकर जबरदस्त आक्रोश है। पूर्व सैन्य अधिकारी भी पुलिस कार्रवाई के खिलाफ प्रदर्शन की तैयारी कर रहे हैं। यदि न्याय नहीं मिला तो 22 मार्च को पटियाला में विरोध प्रदर्शन किया जाएगा।

क्या है मामला?

कर्नल पुष्पिंदर बाठ वर्तमान में नई दिल्ली स्थित सेना मुख्यालय में तैनात हैं। उन्होंने आरोप लगाया है कि 13 मार्च की रात उन्हें और उनके बेटे अंगद सिंह को पटियाला में तैनात पुलिसकर्मियों ने बेरहमी से पीटा। घटना के बाद दोनों का सैन्य अस्पताल में इलाज किया गया।

परिवार की मांग – सिर्फ निलंबन नहीं, हो कठोर कार्रवाई

कर्नल बाठ की पत्नी जसविंदर बाठ ने कहा, "पटियाला पुलिस की भूमिका पक्षपाती रही है। 12 निलंबित अधिकारियों के नाम तक सार्वजनिक नहीं किए गए हैं। जब एक सेवारत सैन्य अधिकारी के साथ ऐसा हो सकता है, तो आम जनता की स्थिति क्या होगी?" उन्होंने आगे कहा कि पुलिस प्रशासन ने अभी तक जांच अधिकारी का नाम भी नहीं बताया है और न ही उनसे कोई संपर्क किया गया है। पीड़ित परिवार के सदस्यों ने गुरुवार को पंजाब के राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया से मिलने का फैसला किया है।

बीजेपी नेता ने जताई नाराजगी

कर्नल बाठ के करीबी रिश्तेदार व भाजपा नेता गुरतेज ढिल्लों ने कहा कि उनकी तीन प्रमुख मांगें अभी भी लंबित हैं। तीन प्रमुख मांगें इस प्रकार हैं, कर्नल पुष्पिंदर की शिकायत के आधार पर एफआईआर दर्ज की जाए। हमले में शामिल 12 पुलिसकर्मियों को गिरफ्तार किया जाए। पूरे मामले की निष्पक्ष जांच हो।

पूर्व सैन्य अधिकारी करेंगे प्रदर्शन

ढिल्लों ने बताया कि इस घटना से पूर्व सैन्य अधिकारी बेहद नाराज हैं और 22 मार्च को पटियाला के डीसी ऑफिस के बाहर धरना प्रदर्शन करेंगे। उन्होंने कहा कि "कई पूर्व सैनिकों ने इस विरोध प्रदर्शन में शामिल होने की पुष्टि की है।"

अब तक क्या कार्रवाई हुई?

सोमवार को इंस्पेक्टर हैरी बोपाराय, रॉनी सिंह, हरजिंदर ढिल्लों समेत 12 पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया था, लेकिन पूरी सूची अब तक सार्वजनिक नहीं की गई है। अंगद सिंह ने कहा, "सिर्फ निलंबन कोई सजा नहीं है। हमें मेरे पिता के सामने अपमानित किया गया, हमें बेसबॉल बैट से पीटा गया और लात-घूंसों से मारा गया। यह हम कभी नहीं भूल सकते।"

जांच का जिम्मा एसपी हेडक्वार्टर को सौंपा गया

पटियाला एसएसपी नानक सिंह ने बुधवार को बताया कि इस मामले की जांच एसपी (हेडक्वार्टर) हरवंत कौर को सौंपी गई है। हालांकि, जब उनसे निलंबित पुलिसकर्मियों के नाम पूछे गए, तो उन्होंने कहा कि परिवार को इस बारे में सूचित किया जाएगा। देर शाम हरवंत कौर ने कहा कि वह पिछले दो दिनों से शंभू बॉर्डर की स्थिति संभालने में व्यस्त थीं और उन्हें जांच से जुड़ी कोई आधिकारिक जानकारी अभी तक नहीं मिली है।

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