मनन सैनी/निस
गुरदासपुर, 1 दिसंबर
पाकिस्तान इस बार फिर बड़ी साजिश रचते हुए भारत में पंजाब के जरिये एक बार फिर आंतकी घुसपैठ करने की फिराक में है। इस संबंधी पाकिस्तानी एजेंसी आईएसआई ने आंतकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा को घुसपैठ करने का जिम्मा सौंपा है। खुफिया सूत्रों की मानें तो करतारपुर कॉरिडोर के आसपास के इलाकों के जरिए इस घुसपैठ को अंजाम दिया जा सकता है। जिसके बाद आंतकी गुरदासपुर एवं पठानकोट में कोई बड़ी वारदात को अंजाम दे सकते है। सूत्रों के अनुसार केंद्रीय खुफिया टीम की ओर से इस संबंध में अलर्ट जारी कर दिया गया है। वहीं इस संबंधी पंजाब पुलिस तथा सीमा सुरक्षा बल भी पूरी तरह अलर्ट पर है। बीएसएफ के जवान जहां सरहद पर बाज सी निगाहें गाड़े हुए हैं। पंजाब पुलिस की ओर से भी रात की गश्त व नाकों पर सतर्कता बढ़ा दी गई है।
खुफिया सूत्रों के अनुसार लश्कर-ए-तैयबा ने करीब 4 से 5 आंतकवादियों को घुसपैठ करवाने की साजिश रची है तथा वह गुरदासपुर एरिया में पड़ते इलाके से ही भारत में प्रवेश कर सकते है। इस बार उनका रास्ता करतारपुर कॉरिडोर के समीप वाला इलाका हो सकता है। इससे पहले 27 जुलाई 2015 को दीनानगर में आंतकवादी हमला, जनवरी 2016 में पठानकोट के एयरबेस पर आंतकियों ने नरोटजैमल सिंह एरिया के रास्ते से ही घुसपैठ कर आंतकी वारदात को अंजाम दिया गया था। हालांकि आंतकी किस रास्ते से कैसे घुसे यह अभी तक सवाल बना हुआ है परन्तु हाल ही में 22 नवंबर को पठानकोट में भारतीय सेना के त्रिवेणी द्वार पर ग्रेनेड़ का फैंका जाना, गुरदासपुर के भैणी मिआँ खाँ इलाके से रिकवरी के दौरान ग्रेनेड मिलना और बुधवार को दीनानगर के दबुर्जी इलाके में 900 ग्राम आरडीएक्स तथा 3 डेटोनेटर का मिलना पाकिस्तानी तस्करों और अलगाववादियों की ओर से अपने स्लीपर सैल को एक्टीवेट करने संबंधी शक पैदा करता है।