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पद्मश्री डॉ. रतन सिंह जग्गी का राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार

संगरूर, 23 मई (निस)पंजाबी और हिंदी साहित्य के प्रख्यात सिख विद्वान पद्मश्री डॉ. रतन सिंह जग्गी (98 वर्ष) का अंतिम संस्कार पटियाला के वीरजी श्मशान घाट में शुक्रवार को धार्मिक रीति-रिवाजों एवं राजकीय सम्मान के साथ संपन्न हुआ। उनके पुत्र...
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पटियाला में शुक्रवार को डॉ. रतन सिंह जग्गी के अंतिम संस्कार पर डीसी डॉ. प्रीति यादव पुष्पचक्र अर्पित करते हुए। -निस
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संगरूर, 23 मई (निस)पंजाबी और हिंदी साहित्य के प्रख्यात सिख विद्वान पद्मश्री डॉ. रतन सिंह जग्गी (98 वर्ष) का अंतिम संस्कार पटियाला के वीरजी श्मशान घाट में शुक्रवार को धार्मिक रीति-रिवाजों एवं राजकीय सम्मान के साथ संपन्न हुआ। उनके पुत्र और सेवानिवृत्त आईएएस मालविंदर सिंह जग्गी ने मुखाग्नि दी। इस अवसर पर पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान की ओर से डीसी पटियाला डॉ. प्रीति यादव ने पुष्पचक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। पटियाला पुलिस की सशस्त्र टुकड़ी ने अपने हथियार उल्टे करके सलामी दी।

विधायक अजीतपाल सिंह कोहली ने डॉ. जग्गी को पंजाबी व हिंदी साहित्य की अमूल्य निधि बताया और उनकी अनुपस्थिति को अपूरणीय क्षति करार दिया। उपायुक्त डॉ. प्रीति यादव ने कहा कि डॉ. जग्गी का साहित्य आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा स्रोत रहेगा। डॉ. जग्गी की पत्नी डॉ. गुरशरण कौर जग्गी और पुत्र ने सभी का आभार व्यक्त किया।

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अंतिम संस्कार में पूर्व एसजीपीसी अध्यक्ष प्रो. किरपाल सिंह बडूंगर, पद्मश्री जगजीत सिंह दर्दी, साहित्यकार डॉ. दर्शन सिंह अष्ट सहित अनेक सामाजिक, धार्मिक और साहित्यिक हस्तियां मौजूद रहीं।

150 से ज्यादा पुस्तकें लिखीं

डॉ. जग्गी ने 150 से अधिक पुस्तकें लिखीं और साहित्य एवं शिक्षा के क्षेत्र में उनके योगदान के लिए उन्हें पद्मश्री, साहित्य अकादमी राष्ट्रीय पुरस्कार तथा पंजाबी साहित्य शिरोमणि पुरस्कार से नवाजा गया।

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