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अगली नीलामी तक पशु मेलों का आयोजन ग्रामीण विकास एवं पंचायत विभाग के अधीन

डबवाली, (लंबी), 16 फरवरी (निस) पंजाब में ‘बहुकरोडी’ पशु मेलों का संचालन रविवार ग्रामीण विकास एवं पंचायत विभाग के अधीन आ गया है। वित्तीय घाटे के चलते ठेकेदार कंपनी ‘कैपिटल कैटल फेयर’ ने सरकार के समय सीमा बढ़ाने के प्रति...

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डबवाली, (लंबी), 16 फरवरी (निस)

पंजाब में ‘बहुकरोडी’ पशु मेलों का संचालन रविवार ग्रामीण विकास एवं पंचायत विभाग के अधीन आ गया है। वित्तीय घाटे के चलते ठेकेदार कंपनी ‘कैपिटल कैटल फेयर’ ने सरकार के समय सीमा बढ़ाने के प्रति ‘प्रस्ताव’ को ठुकरा दिया है। ग्रामीण विकास एवं पंचायत विभाग के निदेशक ने डीडीपीओ-कम-जिला मेला अफसरों को आगामी नीलामी तक पशु मेलों का प्रबंधन अपने हाथ में लेने के लिखित निर्देश दिए हैं। जिसके अंतर्गत रविवार को लंबी हल्के के मंडी किलियांवाली में विभागीय देखरेख में विशाल अंतरराज्यीय पशु मेला आयोजित किया गया। मेले में कुल 1571 पशु बिकने के लिए, जिनमें से 662 पशुओं की खरीद-फरोख्त हुई ।

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विभागीय पत्रांक 30/29/2024/पम-2/एलएफ/227 दिनांक 14 फरवरी के निर्देश संख्या 6 के अनुसार प्रदेश के सभी जिला मेला अफसरों को पूरे दिन पशु मेला में कैम्प करने का निर्देश दिया गया हैं। जानकारी के मुताबिक मंडी किलियांवाली में आयोजित पशु मेला, जिला मेला अधिकारी की अनुपस्थिति में लगा। जिले तीन ब्लॉकों के बीडीपीओ ने पशु मेले का संचालन किया। पशु बिक्री शुल्क वसूलने व् मेला व्यवस्था प्रबंधन हेतु लगभग 40 पंचायत सचिव व अन्य कर्मी तैनात किये गये थे। लंबी के बीडीपीओ राकेश बिश्नोई, गिद्दड़बाहा के बीडीपीओ मनजोत सिंह व मुक्तसर साहिब के बीडीपीओ केवल कुमार मौजूद रहे।

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उल्लेखनीय है कि गत वर्ष ‘कैपिटल कैटल फेयर’ का 15 दिसंबर 2024 तक 93.90 करोड़ रुपये का वार्षिक ठेका था। सरकार द्वारा बढ़ाया गया पहला कार्यकाल कल 15 फरवरी को समाप्त हो गया। गत 13 फरवरी को विभाग के निदेशक ने ठेकेदार कंपनी को पत्र लिख पशु मेला अनुबंध को 31 मार्च 2025 तक बढ़ाने की पेशकश की। इसके लिए उनसे 7.82 करोड़ 50 हजार रुपये जमा करने को कहा गया था। जिसे ठेकेदार कंपनी ने स्वीकार नहीं किया।

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