होशियारपुर, 29 अक्तूबर (निस)
पिछले 20 वर्षों से ग्रामीण लड़कियों को उच्च शिक्षा प्रदान कर गुरुनानक खालसा कॉलेज फॉर वूमेन शामचौरासी में उप-तहसील बनाए जाने पर विरोध जताते हुए कॉलेज का संचालन करने वाले गुरु नानक देव एजुकेशनल ट्रस्ट के महासचिव और सदस्यों व कालेज स्टाफ ने कहा कि कालेज को बंद करने के किसी भी प्रयास का विरोध किया जाएगा। ट्रस्ट के महासचिव परमिंदर सिंह ढिल्लों, प्रिंसिपल डॉ. जसवीर कौर ढिल्लों, सुपरिंटेंडेंट करमजीत कौर, रणजीत सिंह, ट्रस्ट सदस्य महिंदर सिंह और प्रो कुलवंत सिंह ने आज एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि संत तीरथ सिंह राड़ा साहिब वालों ने इस कॉलेज को संगत की मदद से शुरू किया था। इसे चलाने के लिए एक पंजीकृत ट्रस्ट की स्थापना की गई थी। उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ राजनीतिक रूप से प्रभावशाली लोग अब कॉलेज को बंद कराना चाहते हैं। जब ट्रस्ट को इस बारे में पता चला, तो उन्होंने धारा 80 के तहत उपायुक्त होशियारपुर, एसडीएम, और तहसीलदार को एक नोटिस भी जारी किया गया था, जिसकी एक प्रति मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह को भी भेजी गई है। उन्होंने कहा कि अगर शामचुरासी उप-तहसील का गठन किया जाना है तो उसके लिए काफी जगह मौजूद है लेकिन कॉलेज को जानबूझकर निशाना बनाया जा रहा था। उन्होंने कहा कि अगर कॉलेज बंद कर दिया गया तो इलाके के बच्चों का भविष्य खतरे में पड़ जाएगा। उन्होंने कहा कि इस संस्थान को पंजाब सरकार और पंजाब विश्वविद्यालय, चंडीगढ़ द्वारा मान्यता प्राप्त है और एमए की कक्षाएं भी चल रही हैं।
प्रबंधक कमेटी से ली गई थी लिखित मंज़ूरी : विधायक पवन
इस संबंध में विधायक पवन कुमार आदिया ने कहा कि उनकी कोई मंशा नहीं थी कि सब तहसील कॉलेज की जमीन में बनाई जाए, परंतु लायलपुर ख़ालसा कालेजिएट सीनियर सैकेंडरी स्कूल शामचौरासी की मैनेजिंग कमेटी की तरफ से चेयरमैन वरिंदर सिंह बाजवा ने बाकायदा लिखित तौर पर उनको यहाँ सब तहसील बनाने के लिए कहा था। जब तक सब तहसील की सरकारी इमारत नहीं बन जाती, तब तक इस इमारत में कामकाज चलाया जाएगा।