दिल्ली में वायु प्रदूषण पर मान ने कहा- भाजपा किसानों को बदनाम करने के लिए पंजाब को ठहरा रही जिम्मेदार
मुख्यमंत्री ने पूछा कि दिल्ली का एक्यूआई 400, 500 कैसे पार कर जाता है?
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने मंगलवार को आरोप लगाया कि दिल्ली में वायु प्रदूषण के लिए भाजपा पंजाब को जिम्मेदार बता रही है। इसके साथ ही मान ने कहा कि उसने राज्य के किसानों को बदनाम करने के लिए इस मामले को राजनीतिक मुद्दा बना दिया है। मान ने कैबिनेट की बैठक की अध्यक्षता करने के बाद यहां मीडिया से कहा कहा कि दिल्ली की धुंध के लिए पंजाब को जिम्मेदार ठहराना उचित नहीं है।
उन्होंने कहा कि अगर पराली का धुआं पंजाब से दिल्ली जाएगा, तो हवा उत्तर से दक्षिण की ओर चलनी चाहिए, जो अभी नहीं हो रहा है। इसके अलावा, 70-80 प्रतिशत धान अब तक मंडियों में नहीं आई है। केवल 90 लाख मीट्रिक टन ही आ पाई है, और अभी बहुत कुछ आना बाकी है। दिल्ली की भाजपा सरकार पर तंज कसते हुए मान ने कहा कि (दिल्ली के मंत्री मनजिंदर सिंह) सिरसा साहब पहले ही कह चुके हैं कि धुआं दिल्ली तक पहुंच गया है। उन्होंने हरियाणा के बारे में बात क्यों नहीं की? हरियाणा, दिल्ली और पंजाब के बीच में स्थित है।
वे यमुना की सफाई नहीं कर पा रहे हैं। मुख्यमंत्री ने पूछा कि दिल्ली का एक्यूआई 400, 500 कैसे पार कर जाता है? धुआं दिल्ली क्यों पार नहीं करता? क्या उसे पता है कि उसे कनॉट प्लेस या दिल्ली में किसी और खास जगह पर रुकना है? भाजपा पर निशाना साधते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि वह किसानों को बदनाम करने के लिए इस मामले को राजनीतिक मुद्दा बना रही है। मैं पहले दिन से ही कह रहा हूं कि अन्नदाताओं को बदनाम मत करो, बल्कि (पराली जलाने के मुद्दे का) समाधान निकालो।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा और राजस्थान सहित पराली जलाने की समस्या का सामना कर रहे राज्यों की एक बैठक बुलानी चाहिए ताकि वे अपने विचार रख सकें। उन्होंने यह भी कहा कि किसानों को कुछ वैकल्पिक फसलें सुझाई जा सकती हैं, जिससे उन्हें धान से होने वाली कमाई के बराबर ही लाभ मिल सके।

