चंडीगढ़, 20 अप्रैल (ट्रिन्यू)
पंजाब सरकार ने पुलिस कर्मचारियों के प्रति मेहरबानी दिखाते हुए पुलिस वेलफेयर फंड को बढ़ाकर जहां 15 करोड़ कर दिया है वहीं डयूटी के दौरान मरने वाले कर्मचारी व अधिकारी के आश्रितों को एक करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता प्रदान करने का ऐलान किया है। मुख्यमंत्री भगवंत मान ने बुधवार को डिजिटल प्लेटफार्म के माध्यम से पंजाब पुलिस में अलग-अलग श्रेणी के अधिकारियों व कर्मचारियों से बातचीत करके उनकी समस्याएं जानी। मुख्यमंत्री के इस कार्यक्रम में पंजाब के करीब 23 हजार पुलिस कर्मचारी व अधिकारी जुड़े। पंजाब में करीब 933 स्थानों पर मुख्यमंत्री के साथ पुलिस कर्मियों की सीधी बातचीत का प्रबंध किया गया। मुख्यमंत्री ने ईमानदारी से काम करने के लिए जवानों व अधिकारियों को प्रेरित किया। पंजाब के डीजीपी वीके भावरा ने बताया कि इस बैठक के दौरान पंजाब पुलिस का इंटेलिजेंस विंग, एसटीएफ, एंटी गैंगस्टर टॉस्क फोर्स, जीआरपी, पीएपी से लेकर जिलों के एसएसपी व थाना प्रभारियों ने मुख्यमंत्री के साथ बातचीत की। भावरा ने बताया कि सीए ने कहा कि पंजाब पुलिस के काम में किसी तरह की दखलअंदाजी नहीं की जाएगी।
पंजाब पुलिस अपना काम बिना किसी डर के करे। लोगों को सम्मान दिया जाए और उनकी समस्याओं को प्राथमिकता के आधार पर हल किया जाए। डीजीपी भावरा ने कहा कि मुख्यमंत्री की ओर से माइनिंग, गैंगस्टरों से निपटने के लिए पुलिस को फ्री हैंड देने की बात कहीं।