रिश्वत देने की जरूरत नहीं, योग्यता पर मिलेगी नौकरी : मान
शनिवार को मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने भदौड़ और महलकलां में 8 लाइब्रेरियों का उद्घाटन किया। इस मौके पर आप की समूची लीडरशिप, एमएलए भदौड़ लाभ सिंह उगोके, सांसद गुरमीत सिंह मीत हेयर, सरपंच, आप के हलका इंचार्ज भी मौजूद रहे। इस मौके पर सीएम भगवंत मान ने कहा कि शैहना एक एेतिहासिक और साहित्यिक कस्बा है। उन्होंने कहा कि आज उन्होंने एक साथ 8 लाइब्रेरियों का उद्घाटन किया है। सीएम ने कहा कि आप स्कूल की दीवारों पर देखते हैं कि विद्या मनुष्य का तीसरा नेत्र है। यह बात सच भी है। आज लाइब्रेरियों में पढ़कर बच्चे जान रहे हैं कि दुनिया में पहले क्या हुआ, क्या हो रहा है आगे क्या होग। उन्होंने कहा कि यह पंजाब के लिए गौरव की बात है कि 806 बच्चे नीट का पेपर क्लीयर कर गए। सरकारी स्कूलों के 44 बच्चे जेई एडवांस क्लीयर कर गए। उन्होंने कहा कि पहले टीचर दूसरे कामों में लगाए जाते थे, अब ऐसा नहीं है। अब टीचर सिर्फ पढ़ाते हैं, नाॅन टीचिंग काम कम करवाते हैं। स्कूलों का काम देखने के लिए कैंपस मैनेजर रखे गए हैं। उन्होंने कहा कि कुछ दिन पहले 2025 के सर्वे में शिक्षा के क्षेत्र में पंजाब देश में पहले नंबर पर आया है। मेन मुकाबला केरल से था जोकि देश का शिक्षा के क्षेत्र में अग्रणी राज्य है। सीएम ने कहा कि बरनाला शायरों की धरती है। उन्होंने कहा कि अब सरकारी नौकरियों में रिश्वत देने की कोई जरूरत नहीं है। आपकी योग्यता के आधार पर आपको नौकरी मिलती है।
इस मौके पर सांसद गुरमीत सिंह मीत हेयर ने कहा कि सबसे ज्यादा लाइब्रेरी हमारी सरकार में बनी हैं। विरोधियों का काम है विरोध करना। उन्होंने कहा कि सतपाल खैहरा, प्रताप सिंह बाजवा, चरणजीत चन्नी कहते थे कि बिक्रमजीत सिंह मजीठिया को गले में परना डालकर लेकर जाएंगे। आज वही लोग गिरफ्तारी पर कह रहे हैं कि सीएम मान ने उनको जेल में डालकर अच्छा काम नहीं किया। मीत हेयर ने कहा कि पहले की सरकारों ने नहरी पानी के लिए जरा भी पैसा नहीं दिया। सीएम ने 48 करोड़ रुपए शैहना रजबाहे को दिए। बरनाला में 300 करोड़ रुपए नहरी विभाग को दिए गए हैं। पूरे पंजाब में 40 परसेंट नहरी पानी का प्रयोग बढ़ा है। पंजाब में 17 टोल प्लाजा बंद किए गए हैं।
जहां लाइब्रेरियां होंगी वहां जेलों की जरूरत नहीं : विधायक पंडोरी
इस मौके पर भदौड़ से विधायक लाभ सिंह उगोके ने कहा कि हमें खुशी है कि सीएम भगवंत मान ने उनके शहर भदौड़ और शैहना को इस काम के लिए चुना है। वहीं हलका महलकलां के विधायक, चेयरमैन विशेषाधिकार कमेटी कुलवंत सिंह पंडोरी ने कहा कि जहां लाइब्रेरियां होंगी वहां जेलों की जरूरत नहीं होगी।