प्रसव के दौरान मां-बेटी की मौत
आज करीब साढ़े तीन वर्ष के दौरान तीसरे बच्चे को जन्म देने वाली प्रसूता और उसकी बच्ची दोनों की ही मौत हो गई। वहीं मृतका के दो मासूम बच्चों के सिर से मां का साया उठ गया। मृतका और बच्चे का शव मोर्चरी में रखवाया गया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। वहीं मृतका के पति ने अस्पताल के नर्सिंग स्टॉफ पर उसकी पत्नी की डिलीवरी में लापरवाही का आरोप लगाया है। मीरा मेडिकल इंस्टीच्यूट में बतौर रसोईया कार्य करने वाले दीपक कुमार कश्यम ने कल रात 23 वर्षीय गर्भवती पत्नी पल्लवी को प्रसव के लिए सरकारी अस्पताल में दाखिल करवाया। जहां पर उसने एक बच्ची को जन्म दिया। दीपक ने बताया कि जन्म के बाद तक बच्ची पूरी तरह से स्वस्थ्य थी। लेकिन कुछ देर बाद नर्सों ने बताया कि बच्ची की मौत हो गई और पल्लवी को रक्तस्राव अधिक हो रहा है। जिस पर उसने उसे दूसरे अस्पताल के लिए रैफर करवा लिया लेकिन थोड़ी देर बाद ही मौत हो गई। मृतका के पति ने आरोप लगाया कि अगर प्रसव के दौरान जच्चा बच्चा वार्ड में एक भी मेडीकल आफिसर मौजूद नहीं थी बल्कि उसकी पत्नी की डिलीवरी स्टॉफ नर्सों द्वारा करवाई गई। इधर सरकारी अस्पताल के एसएमओ डा. सुरेश कंबोज ने बताया कि महिला की हालत पहले से ही नाजुक बनी हुई थी। उन्होंने बताया कि मामले की जांच के लिए तीन डाक्टरों का पैनल बनाया गया है।