मुख्य समाचारदेशविदेशहरियाणाचंडीगढ़पंजाबहिमाचलबिज़नेसखेलगुरुग्रामकरनालडोंट मिसएक्सप्लेनेरट्रेंडिंगलाइफस्टाइल

मोहाली में डंपिंग ग्राउंड की जगह बनी बड़ी पहेली

राजनीतिक और प्रशासनिक टकराव के कारण शहर में कचरे की समस्या बढ़ी
logo
Advertisement

 मोहाली में कूड़े की समस्या का असली समाधान डंपिंग ग्राउंड के लिए उपयुक्त जगह ढूंढना है, लेकिन यह काम अब मुश्किल साबित हो रहा है। शहर के हर हिस्से में कचरे के ढेर बढ़ते जा रहे हैं, पर नगर निगम और प्रशासन दोनों ही डंपिंग साइट की पहचान को लेकर पीछे हट रहे हैं। स्थानीय लोगों के विरोध का डर और आगामी नगर निगम तथा विधानसभा चुनावों को देखते हुए राजनीतिक और प्रशासनिक अधिकारी किसी भी जोखिम भरे निर्णय से बच रहे हैं।

कुछ महीने पहले मेयर अमरजीत सिंह ने गमाडा के मुख्य प्रशासक से मुलाकात कर झंझेड़ी के पास जमीन की पेशकश का जिक्र किया, लेकिन ग्रामीणों ने विरोध जताया और साफ कहा कि किसी भी हालत में यहां कूड़ा नहीं फेंका जाएगा। बाद में समगोली क्षेत्र का नाम लिया गया, लेकिन वहां जमीन कानूनी विवाद में फंसी हुई है और सड़क जैसी बुनियादी सुविधाएं भी नहीं हैं।

Advertisement

पुराने डंपिंग ग्राउंड के पास कुछ जमीन प्रोसेसिंग के लिए उपलब्ध कराई गई, लेकिन यह भी विवाद में है। नगर निगम के अनुसार वहां फिलहाल ग्रीन वेस्ट को परीक्षण के तौर पर डाला जा रहा है।

मामले में मेयर और विधायक एक-दूसरे पर जिम्मेदारी डाल रहे हैं। विधायक कुलवंत सिंह का कहना है कि जगह तय करना मेयर की जिम्मेदारी है, जबकि मेयर का कहना है कि जमीन देना सरकार का काम है।

कुल मिलाकर, डंपिंग ग्राउंड की जगह का मामला राजनीतिक और प्रशासनिक टकराव का शिकार बन गया है, जिसका खामियाजा सीधे तौर पर मोहाली के नागरिक भुगत रहे हैं।

Advertisement
Tags :
डंपिंग ग्राउंडमेयर अमरजीत सिंहमोहाली
Show comments