मोदी सरकार खेती, डेयरी को मुक्त व्यापार समझौते से रखे बाहर : लक्खोवाल
समराला, 8 जुलाई (निस)भारतीय किसान यूनियन (लक्खोवाल) के प्रदेश अध्यक्ष हरिंदर सिंह लक्खोवाल ने आज कहा कि केंद्र की मोदी सरकार 9 जुलाई को अमेरिका के साथ एक मुक्त व्यापार समझौता करने जा रही है। इस समझौते से भारत का कृषि और डेयरी सेक्टर पूरी तरह से तबाह हो जाएगा। लक्खोवाल ने कहा कि विकसित देश अपने किसानों को भारी सब्सिडी देते हैं। वहां किसानों को डीजल, खाद, बीज आदि पर सब्सिडी दी जाती है और उनकी फसलों का बीमा भी किया जाता है। साथ ही, उन देशों में फार्म बहुत बड़े होते हैं और खेती बहुत कम लोग करते हैं, जबकि भारत में 60 प्रतिशत आबादी खेती और डेयरी क्षेत्र से जुड़ी हुई है, जिसमें मजदूरों की संख्या भी बहुत अधिक है।
यदि यह मुक्त व्यापार समझौता अमेरिका से हो गया, तो देश के किसान और मजदूर पूरी तरह से बर्बाद हो जाएंगे। इससे देश में बेरोजगारी की बहुत बड़ी समस्या पैदा हो जाएगी और भारत के कृषि और डेयरी उत्पादों पर कॉरपोरेट घरानों का कब्जा हो जाएगा, जिससे आम किसान और डेयरी व्यवसाय से जुड़े आम लोगों का रोजगार भी खत्म हो जाएगा। भाकियू ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपील की है कि भारत के कृषि और डेयरी सेक्टर को अमेरिका के साथ होने वाले इस मुक्त व्यापार समझौते से बाहर रखा जाए।
लक्खोवाल ने केंद्र सरकार का ध्यान इस ओर आकर्षित करते हुए कहा कि भारत खाने वाली दालों, तेल और बीजों पर लाखों डॉलर खर्च कर विदेशों से आयात करता है। अगर सरकार की नीयत साफ हो तो किसानों को फसलों का सही मूल्य और फसल खरीद की गारंटी देकर यह सारी फसलें देश में ही उगवाई जा सकती हैं। इससे देश की किसानी भी बच जाएगी और देश की पूंजी, जो विदेश जा रही है, वह भी बचाई जा सकेगी।