चंडीगढ़, 19 मार्च (एजेंसी)
पंजाब विधानसभा चुनाव में प्रतिद्वंद्वी दलों के राजनीतिक दिग्गजों को हराकर बड़े विजेताओं के रूप में उभरे आम आदमी पार्टी के कई विधायकों को मुख्यमंत्री भगवंत मान के मंत्रिमंडल में जगह नहीं मिल पाई है। मंत्रिमंडल में जगह बनाने में असफल रहे ‘आप’ के इन विधायकों में भदौर विधानसभा सीट से पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी को 37,558 मतों के अंतर से हराने वाले लाभ सिंह उगोके भी शामिल हैं। शिरोमणि अकाली दल के संरक्षक प्रकाश सिंह बादल को उनकी पारंपरिक लंबी सीट पर 11,396 मतों से हराने वाले गुरमीत सिंह खुडियां भी मंत्रिमंडल में जगह पाने में असफल रहे। उगोके ‘आप’ में शामिल होने से पहले मोबाइल फोन रिपेयर की दुकान चलाते थे जबकि खुडियां पिछले साल कांग्रेस छोड़कर आप में शामिल हुए थे।
अमृतसर पूर्व सीट से कांग्रेस की पंजाब इकाई के पूर्व अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू और शिअद नेता बिक्रम सिंह मजीठिया को हराने वाली सामाजिक कार्यकर्ता जीवनज्योत कौर (50) को भी मंत्रिमंडल में जगह नहीं मिल सकी है। आप उम्मीदवार अजीत पाल सिंह कोहली ने पटियाला शहरी सीट से पूर्व मुख्यमंत्री अमरेंद्र सिंह को हराया, जबकि जगदीप कंबोज ने जलालाबाद में शिअद प्रमुख सुखबीर सिंह बादल को हराया। ये दोनों नेता भी भगवंत मान के मंत्रिमंडल में जगह नहीं बना सके। अमन अरोड़ा, बलजिंदर कौर और सर्वजीत कौर मनुके सहित दो बार के विधायकों में से किसी को भी मंत्री पद नहीं मिला।
3 सीटें जीतने के बावजूद मोहाली जिला खाली हाथ
जीरकपुर (हप्र) : मोहाली जिले की तीनों सीटें डेराबस्सी, मोहाली और खरड़ आम आदमी पार्टी की झोली में डालने के बाद भी शनिवार को मुख्यमंत्री भगवंत मान की नयी बनी केबिनेट में जिले को जगह नहीं मिली, जिससे जिले के लोग खुद को ठगा-सा महसूस कर रहे हैं। जानकारी के मुताबिक जिले की मोहाली विधानसभा सीट से आप के उम्मदीवार कुलवंत सिंह ने पंजाब कांग्रेस के धुरंधर पूर्व केबिनेट मंत्री बलबीर सिद्धू को हराया है। इसके अलावा डेराबस्सी से आप के कुलजीत रंधावा ने भी बंपर वोट से जीत हासिल की है। इसी प्रकार खरड़ हलके से आप उम्मीदवार अनमोल गगन मान विजेता रही हैं।
सत्ता का केंद्र बना संगरूर, लुधियाना के हाथ रहे खाली
चंडीगढ़ (ट्रिन्यू) : पंजाब में नयी बनी सरकार में सत्ता का केंद्र संगरूर जिला रहेगा। मान मंत्रिमंडल में राज्य के 9 जिलों को प्रतिनिधित्व मिला है। 14 जिलों के विधायकों को अभी इंतजार करना पड़ेगा। विपक्ष ने मंत्रिमंडल गठन में संतुलन नहीं होने का दावा करते हुए सरकार को घेर लिया है। पंजाब में आज गठित की गई सरकार को जिला अनुसार देखे तो मुख्यमंत्री भगवंत मान संगरूर जिले के धूरी विधानसभा क्षेत्र से हैं। मान के बाद दूसरे नंबर पर शपथ लेने वाले हरपाल सिंह चीमा भी संगरूर जिला की दिड़बा सीट से हैं। डा़ॅ बलजीत कौर मुक्तसर जिले की मलौट, जंडियाला से विधायक बने हरभजन सिंह ईटीओ अमृतसर जिला, मानसा से विधायक डॉ़ विजय सिंगला जिला मानसा, भोआ से विधायक लाल चंद जिला पठानकोट, बरनाला से विधायक गुरमीत सिंह मीत हेयर जिला बरनाला, अजनाला से विधायक कुलदीप सिंह धालीवाल अमृतसर, पट्टी से विधायक लालजीत सिंह भुल्लर जिला तरनतारन, होशियारपुर से विधायक ब्रह्म शंकर जिम्पा जिला होशियारपुर और आनंदपुर साहिब से विधायक हरजोत सिंह बैंस जिला रूपनगर से शामिल हैं। ऐसे में पंजाब की नई सरकार में नौ जिलों को प्रतिनिधित्व मिल गया है। प्रदेश के अन्य 14 जिलों के विधायकों को झंडी वाली कार के लिए अभी इंतजार करना पड़ेगा। इस बीच, लुधियाना से कांग्रेस सांसद रवनीत बिट्टू ने मंत्रिमंडल के गठन पर सवाल उठाते हुए कहा, पहले ही चरण में सरकार की अनुभवहीनता सामने आ गई है। बिट्टू ने कहा, लुधियाना जिला में आप को कुल 14 सीटों में से 13 सीटों पर जीत हासिल हुई। जिले से एक भी मंत्री नहीं लिया गया है। यह पंजाब की औद्योगिक राजधानी की अनदेखी है।
माझा, मालवा और दोआबा में संतुलन
भगवंत मान ने मंत्रिमंडल के गठन के माध्यम से राज्य के माझा, मालवा तथा दोआबा में संतुलन बनाने की कोशिश की है। आम आदमी पार्टी को माझा में 16, दोआबा में 10 तथा मालवा में 66 सीटों पर जीत मिली। मान सरकार में मालवा से पांच, माझा से चार तथा दोआबा से एक मंत्री लिया गया है। मुख्यमंत्री भी मालवा से ही आते हैं। आम आदमी पार्टी ने मालवा पर पूरा फोकस किया है।