मेयर का ‘झाड़ू-पोछा’ वाला बयान शर्मनाक : समाणा
मोहाली, 24 मई (निस)
मोहाली नगर निगम के काउंसलर सरबजीत सिंह समाणा ने मेयर अमरजीत सिंह जीती सिद्धू द्वारा निगम को सिर्फ ‘झाड़ू-पोछा लगाने वाला संस्थान’ कहने वाले बयान की कड़ी शब्दों में निंदा की है। उन्होंने कहा कि यह बयान नगर निगम के सम्मान पर सीधा हमला है और मोहाली के हजारों निवासियों की मेहनत और विश्वास का अपमान है।
सरबजीत सिंह समाणा ने कहा, अगर ऐसा बयान मोहाली जैसे विकासशील शहर के मेयर की ओर से आता है, तो यह सिर्फ छोटी सोच का प्रतीक नहीं है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि मेयर स्वयं मानते हैं कि वे अपने कार्यकाल में पूरी तरह विफल रहे हैं। उन्होंने कहा कि मोहाली नगर निगम सिर्फ सफाई तक सीमित नहीं है, बल्कि यह पार्कों के विकास, सड़कों, स्ट्रीट लाइटों, नई लाइब्रेरीज और नए प्रोजेक्टों की योजना तक एक बड़ी जिम्मेदारी निभाने वाला संस्थान है। उन्होंने बताया कि नगर निगम का बजट 200 करोड़ से अधिक है और ऐसे में इसे ‘झाड़ू-पोछा लगाने वाला संस्थान’ कहना बेहद शर्मनाक है।
उन्होंने आगे कहा कि मैं अपने साथी काउंसलरों, सीनियर डिप्टी मेयर अमरीक सिंह सोमल और डिप्टी मेयर कुलजीत बेदी से भी अपील करता हूं कि वे अपना स्टैंड स्पष्ट करें कि क्या वे मेयर के इस बयान से सहमत हैं? समाणा ने कहा कि नगर निगम को झाड़ू-पोछा लगाने वाला संस्थान बताने वाले मोहाली नगर निगम के मेयर सफाई के मामले में भी पूरी तरह से असफल साबित हुए हैं। उन्होंने कहा कि मोहाली में सफाई की हालत दिन-ब-दिन खराब हो रही है। कई प्लॉट कूड़े से भरे हुए हैं, कई जगहों पर आग लग रही है और प्रशासनिक तौर पर कोई नया विकास कार्य भी नहीं हुआ। उन्होंने कहा, अगर मेयर साहब अपनी जवाबदेही से बचने के लिए इस तरह के बेबुनियाद बयान देते हैं, तो यह उनकी नाकामी को दर्शाता है। उन्होंने मोहाली के निवासियों को भरोसा दिलाया कि नगर निगम की इज्जत बचाने और इसे एक विकसित संस्थान बनाए रखने के लिए वे आगे भी आवाज उठाते रहेंगे।