चंडीगढ़, 1 मई (एजेंसी)
पंजाब के मुख्यमंत्री अमरेंद्र सिंह कोविड-19 पाबंदियों के बीच शनिवार को गुरु तेग बहादुर के 400वें प्रकाश पर्व पर आयोजित कार्यक्रम में आनलाइन शामिल हुए। मुख्यमंत्री ने इस दौरान महामारी की चुनौतीपूर्ण स्थिति में सभी की सुरक्षा और भलाई के लिए प्रार्थना की और लोगों से प्रेम, धर्मनिरपेक्षता, धार्मिक सहिष्णुता, आस्था की स्वतंत्रता और शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व के गुरु के संदेश का पालन करने का आह्वान किया। उन्होंने इसे मानवता और धार्मिक स्वतंत्रता के लिए गुरु साहिब के सर्वोच्च बलिदान के संदेश को फैलाने का एक अवसर करार देते हुए कहा कि नौवें गुरु का जीवन और दर्शन दुनिया के लिए एक प्रेरणा बना हुआ है।
सिंह ने कहा कि सरकार ने गुरु तेग बहादुर के जीवन और शिक्षाओं पर प्रदर्शनी, हस्तशिल्पों पर एक प्रदर्शनी, पंजाबी साहित्य उत्सव, नाटक (हिंद-दी-चादर), खेल कार्यक्रम, मल्टी-मीडिया लाइट एंड साउंड शो और एक सूफी संगीत महोत्सव आयोजित करने की योजना बनाई थी लेकिन कोविड-19 की दूसरी लहर के चलते योजना में बदलाव हुआ और इन कार्यक्रमों का आयोजन आनलाइन तरीके से किया जा रहा है। पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने लोगों को मानवता की सच्ची परंपरा में धर्म के मार्ग पर चलने का आह्वान किया। इस बीच, श्रद्धालुओं ने नौवें सिख गुरु के ‘प्रकाश पर्व’ के अवसर पर अमृतसर में स्वर्ण मंदिर सहित विभिन्न गुरुद्वारों में माथा टेका।
कपूरथला (निस) : सिखों के नौंवे गुरु श्री गुरु तेग़ बहादुर जी का 400 साला प्रकाश पर्व शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की तरफ से गुरुद्वारा श्री बेर साहब जी सुलतानपुर लोधी में बहुत श्रद्धा भावना और उत्साह के साथ मनाया गया। श्री अखंड पाठ साहब के भोग डाले गए और मुख्य ग्रंथी और कथा वाचक ने संगत को गुरबानी और गुर इतिहास की कथा के साथ निहाल किया। हैड ग्रंथी ज्ञानी गुरप्रीत सिंह ने संगतों को 400 साला प्रकाश पर्व की बधाई दी। बताया कि नौवें पातशाह जी को तिलक -जंञू के रक्षक और धर्म की चादर कह कर भी विश्व भर में नवाजा जाता है।