रेवाड़ी, 18 अप्रैल (हप्र)
किन्नरों को समाज में बेशक उचित मान-सम्मान नहीं मिलता हो, लेकिन एक किन्नर ने समाज को आईना दिखाते हुए ऐसी मिसाल पेश की, जिसकी सर्वत्र प्रशंसा हो रही है। इस किन्नर ने मां का रूप धारण कर एक गरीब परिवार की बेटी के हाथ पीले करने का बीड़ा उठाया है। विवाह की सभी तैयारियां शुरू कर दी गई हैं और 21 अप्रैल को धूमधाम से कन्या की शादी होगी। रेवाड़ी किन्नर समाज की प्रधान काजल के इस कदम को हर कोई प्रोत्साहित कर रहा है। युवती मनीषा की मां का देहांत चार वर्ष पूर्व हो चुका है और उसके पिता सूबे सिंह की आर्थिक हालत ठीक नहीं है। पिता ने जैसे-तैसे बेटी के लिए लड़का देखकर रिश्ता तो तय कर दिया था, लेकिन घर के आर्थिक हालात से वह चिंता में डूबा हुआ था कि शादी कैसे होगी। ऐसे हालात के बीच मनीषा की मां के रूप में काजल सामने आई। उसे जब सूबे सिंह के आर्थिक हालत का पता चला तो उसने मनीषा की शादी करने का बीड़ा उठाते हुए उसे चिंता मुक्त कर दिया।
काजल ने कहा कि अब वह मनीषा को अपनी बेटी मानकर उसके हाथ पीले करेगी और एक बेटी के विवाह में जो शानो-शौकत होती है और दान-दहेज दिया जाता है, उसका जिम्मा वह उठाएगी। विवाह कार्यक्रम के अनुसार 19 अप्रैल को राजस्थान में लगन ले जाने की तैयारी पूरी कर ली गई है। जिसके लिए काजल ने सोने का मंगलसूत्र, दो अंगूठी, टॉप्स, नोजपिन, चांदी के आभूषण, इलेक्ट्राॅनिक्स सामान, बर्तन, कपड़े व दहेज में दिया जाने वाला काफी सामान दिया है। काजल ने कहा कि इस विवाह समारोह में वधू पक्ष के साथ-साथ किन्नर समाज के सदस्य भी शामिल होंगे। वे भी इस शादी को यादगार बनाने के लिए जुट गए हैं। उसने बताया कि गरीब परिवार की बेटी की वे चौथी शादी करा रही हैं। उसने कहा कि अपनी नेक कमाई से ऐसे कार्य कर उसे आत्म संतुष्टि मिलती है।