मोहाली 24 जून (निस)
खरड़ नगर काउंसिल की आम बैठक में जोरदार हंगामा हुआ। पक्ष-विपक्ष ने दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाए और इस बीच सत्ता पक्ष करीब 56 करोड़ रुपए के विकास कार्य मंजूर कराने का दावा कर रहा है। वहीं विपक्षी पार्षदों ने प्रधान पर गलत तरीके से विकास कार्य मंजूर कराने के आरोप लगाए हैं। साथ ही कहा है कि कोई भी प्रस्ताव मंजूर नहीं हुआ है। शुक्रवार को नगर काउंसिल खरड़ की होने वाली आम बैठक से पहले ही 20 जून को हंगामें के संकेत मिल चुके थे। जब विपक्षी पार्षदों की ओर से प्रधान को एक पत्र लिखकर तैयार किए गए एजेंडे से कुछ कार्यों को हटाने के लिए बोला था, लेकिन प्रधान जसप्रीत कौर की तरफ से एजेंडे में कोई बदलाव नहीं किया गया । जिस कारण विपक्षी पार्षद हाउस मीटिंग में भड़क गए। विपक्षियों का आरोप था कि यह काम पहले भी कई बार मंजूर हो चुके हैं।
विपक्षियों ने कहा कि प्रधान की तरफ से एजेंडा नंबर- 4 लाया गया था। जिसमें खरड़ से बाहर के लोगों को भी यहां पर नौकरी देने का प्रस्ताव था। जिससे कि इलाके के बेरोजगार युवाओं का हक छीन रहा था । इसी प्रकार प्रधान की तरफ से प्रस्ताव नंबर -13 में पंजाब म्युनिसिपल एक्ट-1911 की धारा 35 का गलत इस्तेमाल कर कई ठेकेदारों को भुगतान किया गया है, जोकि आपातकाल में ही किया जा सकता था । विपक्षी पार्षद हरिंदर पाल सिंह जौली ने बताया कि प्रधान की तरफ से पेश किए गए एजेंडे में काफी बड़ा घोटाला किया गया है। जिसमें कई ऐसे विकास कार्य है, जिनकी लागत प्रस्ताव में कई बार लगाई गई है। पंजाब सरकार की ओर से लाये गए मास्टर प्लान के साथ भी प्रस्ताव लाकर छेड़छाड़ की जा रही थी। जिससे किसी बड़े व्यक्तियों को फायदा पहुंचाने की कोशिश की जा रही थी, जब विपक्षी पार्षदों ने मिलकर प्रधान से इन प्रस्तावों पर जवाब मांगा तो वह बैठक छोड़कर बाहर चली गईं। जिस कारण प्रस्तावों पर कोई चर्चा नहीं हुई । जिसके बाद वह दोबारा मीटिंग में नहीं आई।