बठिंडा, 19 अप्रैल (निस)
पंजाब कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान पर आरोप लगाया है कि उन्होंने पंजाब की जनता को दो माह में 600 यूनिट बिजली मुफ्त देने के मामले में एक वर्ग के साथ अन्याय किया है। वे आज यहां बठिंडा जिले व कुछ अन्य जिलों के नाराज कांग्रेसी नेताओं से मिलने आये थे। नवजोत सिद्धू के उक्त दौरे दौरान मनप्रीत बादल के समर्थक नजर नहीं आये। सिद्धू ने यहां एक होटल में कांग्रेसी नेताओं से मुलाकात की। पत्रकारों से बातचीत करते हुए नवजोत ने कहाकि वह 21 अप्रैल को पंजाब के जरूरी मसलों को लेकर राज्यपाल से मिलेंगे। उन्होंने कहाकि पंजाब की वित्तीय स्थिति खराब है, बिजली संकट गहराता जा रहा है, कानून-व्यवस्था बिगड़ रही है, बीजों, खाद के रेट बढ़ाये जा रहे हैं। इन सभी बातों की जानकारी वे राज्यपाल को देंगे। नवजोत सिद्धू ने पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष राजा वडिंग सहित अन्य नेताओं से आह्वान किया कि वह राज्यपाल से मिलने के लिये उनके साथ चलें। कांग्रेसी नेता ने भगवंत मान पर बरसते हुए कहाकि 600 यूनिट मुफ्त बिजली देने का फैसला पक्षपातपूर्ण है जबकि चुनावों से पहले उन्होंने प्रत्येक वर्ग को यह सुविधा देने का वादा किया था। उन्होंने आरोप लगाया कि पंजाब सरकार खजाने का दुरुपयोग कर बड़े-बड़े इश्तिहार जारी कर रही हैं, यहां तक कि दूसरे राज्यों में भी यह इश्तिहार दिये जा रहे हैं।
सिद्धू ने नशे के कारण होने वाली मौतों पर चिंता व्यक्त करते हुये कहाकि पंजाब सरकार को नशा छुड़ाओ केन्द्र खोलने पड़ेंगे। इसके लिये खेल के मैदान बनाने होंगे और नौकरियों का प्रबंध करना होगा। पंजाब के लिये बनाये नये सड़क नेटवर्क के लिये उन्होंने केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी का धन्यवाद किया। उन्होंने कहाकि वह कांग्रेसी वर्करों को एकजुट करने में लगे हैं ताकि आने वाले समय में कांग्रेस पंजाब में विपक्ष की भूमिका मजबूती से निभा सके। उन्होंने इस बात से इनकार किया कि राजा वडिंग से उनकी कोई नाराजगी है।