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केजरीवाल की मुंह बोली बहन समेत सैकड़ों बेरोजगार हिरासत में लिए, कई किए नज़रबंद

पंजाब सरकार द्वारा सुनाम में आयोजित होने वाले राज्य स्तरीय शहीदी समागम से पहले पुलिस ने बेरोज़गार पीटीआई शिक्षकों को आधी रात हिरासत में ले लिया और‌‌ कई को उनके घरों में ही आधी रात को नज़रबंद कर दिया। इनमें...
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पंजाब सरकार द्वारा सुनाम में आयोजित होने वाले राज्य स्तरीय शहीदी समागम से पहले पुलिस ने बेरोज़गार पीटीआई शिक्षकों को आधी रात हिरासत में ले लिया और‌‌ कई को उनके घरों में ही आधी रात को नज़रबंद कर दिया। इनमें दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की ‘मुंह बोली बहन’ सीपी शर्मा भी शामिल हैं। सुबह से ही पुलिस उनके घर पर तैनात है। बेरोज़गार 646 शिक्षक संघ की सदस्य सीपी शर्मा ने बताया कि 2014 में संघर्ष के दौरान केजरीवाल ने उन्हें अपनी बहन बताया था और राखी बांधी थी। शर्मा का कहना है कि आज भी वह अपने मुंह बोले भाई को राखी बांधना चाहती थीं और साथ ही 646 बेरोज़गार पीटीआई शिक्षकों की मांगें भी उनके सामने रखना चाहती थीं। आज रात करीब 2 बजे सुखजीत सिंह को झुनीर पुलिस अपने साथ ले गई है। इस संबंध में झुनीर थाने के एसएचओ अंग्रेज़ सिंह से फ़ोन पर बात की। उन्होंने बताया कि सुखजीत को आज मुख्यमंत्री के संगरूर दौरे के सिलसिले में हिरासत में लिया गया है और समारोह के बाद रिहा कर दिया जाएगा। शिल्पी शर्मा ने कहा कि वित्त मंत्री हरपाल चीमा के साथ उनकी 50-60 बैठकें हो चुकी हैं, लेकिन कोई ठोस समाधान नहीं निकला है। इसीलिए वे अभी भी अपनी भर्ती को लेकर संघर्ष कर रहे हैं। यूनियन की मांग है कि सरकार पहल के आधार पर उनकी भर्ती करे। इस समय सुनाम के शहीद उधम सिंह स्मारक पर राज्य स्तरीय बैठक हो रही है और वे 646 बेरोजगार पीटीआई अध्यापकों की मांगों को मुख्यमंत्री भगवंत मान और केजरीवाल के समक्ष रखना चाहते थे। लेकिन पहले ही पुलिस ने उन्हें घर पर ही नजरबंद

कर दिया।

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इस दौरान सिप्पी शर्मा ने सोशल मीडिया के जरिए कहा कि पहले अरविंद केजरीवाल और भगवंत मान पंजाब में आकर झूठे वादे करते थे, सिप्पी शर्मा, तुम हमारी बहन बन जाओ, हम सबसे पहले 646 बेरोज़गार पीटीआई अध्यापकों की मेरिट सूची जारी करेंगे और अब जब उनकी सरकार बन गई है, तो अब उन्हें 646 बेरोज़गार पीटीआई अध्यापकों का इतना डर सताने लगा है कि वे 31 जुलाई को शहीदों के नाम पर हमारी नौटंकी का पर्दाफ़ाश नहीं करेंगे।

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