चंडीगढ़, 24 सितंबर (एजेंसी)
पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के राष्ट्रीय राजधानी से लौटने के कुछ ही घंटे बाद कांग्रेस आलाकमान ने राज्य मंत्रिपरिषद के विस्तार पर चर्चा करने के लिए उन्हें फिर से दिल्ली बुलाया है। सूत्रों ने बताया कि चन्नी यहां से राष्ट्रीय राजधानी के लिए रवाना हो गये हैं। पिछले कुछ दिनों में मुख्यमंत्री की दिल्ली की यह तीसरी यात्रा है। चन्नी बृहस्पतिवार शाम दिल्ली गये थे, जहां उन्होंने अपनी मंत्रिपरिषद के गठन पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी के साथ चर्चा की थी। उन्होंने अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव हरीश रावत के साथ भी बातचीत की थी। बैठक के बाद चन्नी शुक्रवार तड़के लौटे। इस बीच, समझा जाता है कि पंजाब कांग्रेस के पूर्व प्रमुख सुनील जाखड़ ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी से मुलाकात की है। अब इस बारे में अटकलें लगाई जा रही है कि जाखड़ को कोई पद दिया जा सकता है। दरअसल, वह मुख्यमंत्री के तौर पर अमरेंद्र सिंह की जगह लेने से चूक गये थे। जाखड़, कांग्रेस पार्टी के विधायक दल के नेता पद की दौड़ में आगे थे। हालांकि अंबिका सोनी सहित पार्टी के नेताओं ने सुझाव दिया कि किसी सिख को राज्य का मुख्यमंत्री बनाया जाना चाहिए। कांग्रेस ने चन्नी को चुना, जो अनुसूचित जाति (एससी) समुदाय से आते हैं। सूत्रों ने बताया कि राज्य मंत्रिपरिषद में कुछ नये चेहरे दिखने की संभावना है। परगट सिंह, राज कुमार वेरका, गुरकीरत सिंह कोटली, संगत सिंह गिलजियां, सुरजीत धीमान, अमरिंदर सिंह राजा वडिंग और कुलजीत सिंह नागरा के नामों की चर्चा चल रही है। परगट सिंह, नवजोत सिंह सिद्धू के करीबी माने जाते हैं। इस बारे में अटकलें लगाई जा रही हैं कि पूर्व मुख्यमंत्री अमरेंद्र सिंह के विश्वस्तों-राणा गुरमीत सिंह सोढ़ी और साधु सिंह धर्मसोत को मंत्रिपरिषद से बाहर का रास्ता दिखाया जा सकता है।