हलवाई यूनियन का मंदिर प्रबंधन के खिलाफ धरना
पिछले मंगलवार को धनौला के प्राचीन हनुमान मंदिर में शाम के वक्त जब लंगर बनाया जा रहा था तो एकदम आग भड़क गई थी। इससे 11 लोग झुलस गए थे। आग से मंदिर सेवादार और हलवाई का काम करने वाले मिट्ठू सिंह, अभिनंदन, अजय, बलविंदर सिंह के साथ ही दलजीत कौर, परमजीत कौर, सुरजीत कौर, गुरमेल कौर और मनजीत कौर गंभीर रूप से झुलस गए थे। उनको सिविल अस्पताल धनौला ले गए जहां से 7 लोगों को फरीदकोट मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया था। 2 दिन पहले हलवाई राम जतन ने दम तोड़ दिया था, वहीं सोमवार देर रात हेल्पर ने भी दम तोड़ दिया। इसके विरोध में बुधवार को हलवाई यूनियन ने मंदिर प्रबंधन के खिलाफ धरना देकर रोड पर जाम लगाया। हलवाई यूनियन के प्रधान जीत सिंह, मलकीत सिंह ने कहा कि हलवाई राम जतन की मौत के बाद अब हेल्पर बलविंदर सिंह की भी मौत हो गई। उन्होंने कहा कि दुख इस बात का है कि मंदिर प्रबंधन ने अब तक पीड़ित परिवारों का हाल तक नहीं जाना, मुआवजा देना तो दूर की बात है। झुलसे लोगों को फरीदकोट मेडिकल कालेज में इलाज चल रहा है लेकिन मंदिर प्रबंधन ने उनके इलाज तक की जिम्मेदारी नहीं ली। उन्होंने मांग की कि मृतक के परिवार की मंदिर प्रबंधन आर्थिक सहायता करे, बाकी झुलसे लोगों को दो-दो लाख रुपए दिए जाएं। धरने के दौरान थाना मुखी इंस्पेक्टर जगजीत सिंह ने धरना दे रहे हलवाइयों से बात की लेकिन वह नहीं माने। वहीं मंदिर प्रबंधन ने भी इस मामले में कुछ भी कहने से मना कर दिया। इससे पहले भी हलवाइयों ने मंदिर प्रबंधन के खिलाफ धरना दिया था, तब पुलिस ने मौके पर दोनों पक्षों में समझौता करवाया था।