हलवाई यूनियन का धरना, लगाया जाम
मंगलवार की देर शाम धनौला के प्राचीन हनुमान मंदिर में पूड़ियां तलते समय डीजल की भट्ठी में आग भड़क गई थी। इससे आग से 16 लोग बुरी तरह से झुलस गए थे जिनमें से 6 को फरीदकोट रेफर कर दिया गया था। घायलों का धनौला अस्पताल में उपचार किया गया था।
मंदिर प्रबंधन की तरफ से झुलसने वालों का हाल न पूछने पर हलवाई यूनियन ने कड़ा विरोध जताया। यूनियन ने फैसला लिया था कि आज के बाद कोई भी मंदिर के लिए हलवाई का काम नहीं करेगा। अगर किसी ने काम किया तो उसे 50 हजार रुपए जुर्माना लगाया जाएगा। वहीं बुधवार को हलवाई यूनियन के सदस्यों ने प्रधान सुखविंदर सिंह की अगुवाई में बस स्टैंड पर मंदिर प्रबंधन के खिलाफ धरना दिया तथा रोड जाम किया। सुखविंदर सिंह ने कहा कि कल रात्रि मंदिर में हुए हादसे में झुलसे हलवाइयों की मंदिर प्रबंधन ने किसी प्रकार की हेल्प नहीं की।
आग से झुलसने वाले अधिकतर लोग गरीब परिवारों से हैं। उन्होंने मांग की कि जितना भी खर्च घायलों के इलाज पर आएगा वह सारा प्रबंधक कमेटी वहन करे। किसी ने भी लंगर लगवाना हो वह हलवाइयों से संपर्क करेगा, मंदिर प्रबंधन इसमें हस्तक्षेप नहीं करेगा। वहीं थाना प्रभारी इंस्पेक्टर जगजीत सिंह व व्यापार मंडल के अध्यक्ष रमन वर्मा मौके पर पहुंचे। उन्होंने मंदिर प्रबंधन के साथ मांगें मानने का आश्वासन देकर धरना खत्म करवा दिया।