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शिअद छोड़ नए अकाली दल में शामिल हुए गुरिंद्र सिंह लाऊ जाखड़

अबोहर, 1 जून (निस) विधान सभा हलका अबोहर के शिरोमणि अकाली दल को उस समय बड़ा झटका लगा जब पार्टी के सीनियर नेता और पूर्व सर्कल प्रधान गुरिंद्र सिंह लाऊ जाखड़ ने शिरोमणि अकाली दल को अलविदा कह दिया। वे...
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अबोहर, 1 जून (निस)

विधान सभा हलका अबोहर के शिरोमणि अकाली दल को उस समय बड़ा झटका लगा जब पार्टी के सीनियर नेता और पूर्व सर्कल प्रधान गुरिंद्र सिंह लाऊ जाखड़ ने शिरोमणि अकाली दल को अलविदा कह दिया। वे श्री अकाल तख्त साहिब के निर्देशानुसार भाई गुरप्रताप सिंह बड़ाला पर आधारित पांच सदस्यीय कमेटी के नेतृत्व में बनने जा रहे नए अकाली दल में शामिल हो गए हैं। जहां उन्हें अबोहर हलके की कोई महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपे जाने की संभावना है। जानकारी के अनुसार वर्ष 2022 के विधान सभा चुनावों में गुरिंद्र सिंह लाऊ जाखड़ अबोहर हलके से अकाली दल की टिकट पर चुनाव लड़ने के इच्छुक थे। लेकिन पार्टी प्रधान सुखबीर सिंह बादल ने कांग्रेस छोड़कर अकाली दल में शामिल हुए फाजिल्का के पूर्व विधायक डॉ. महिंद्र रिणवा को अबोहर से अकाली दल की टिकट देकर मैदान में उतार दिए। इसके बाद से ही गुरिंद्र सिंह जाखड़ ने पार्टी से दूरियां बनानी शुरू कर दी और चुनाव के दौरान व इसके बाद आज तक जाखड़ अकाली दल के किसी भी कार्यक्रम में शामिल नहीं हुए। गत दिवस गुरप्रताप सिंह बडाला के नेतृत्व में बनने जा रहे नए अकाली दल की एक जिला स्तरीय बैठक फाजिल्का में संपन्न हुई। जिसमें गुरिंद्र सिंह लाऊ जाखड़ ने हिस्सा लेकर नए अकाली दल में शामिल होने का ऐलान कर दिया। ज्ञात हो कि वर्ष 2022 में जिस अकाली नेता डॉ. महिंद्र रिणवा को टिकट दिए जाने के कारण स. सुखबीर सिंह बादल और गुरिंद्र सिंह जाखड़ के बीच मतभेद पैदा हुए थे वहीं डॉ. रिणवा 2024 के लोकसभा चुनावों के दौरान अकाली दल छोड़कर पुन: कांग्रेस में शामिल हो गए। इधर गुरिंद्र सिंह जाखड़ के अकाली दल छोड़ने से अबोहर हलके में पार्टी को बड़ा नुकसान माना जा रहा है।

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