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बीबीएनडीए क्षेत्र में कचरे का ढेर, स्वच्छता सेस के बावजूद व्यवस्था विफल

घर से कूड़ा नहीं उठ रहा, सड़कें और गलियां गंदगी से भरी हुई

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फोटो कैप्शन: 24 बीबीएन 2,3,4 – बीबीएनडीए के तहत बद्दी, झाड़माजरी व अन्य स्थानों पर लगे कचड़े के ढेर।-निस
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प्रदेश का सबसे बड़ा औद्योगिक क्षेत्र बीबीएन कचरे के ढेरों में तबदील हो गया है, जबकि 43 पंचायतों, नगर परिषद नालागढ़ और नगर निगम बद्दी के बिजली बिल में हर महीने स्वच्छता सेस वसूला जा रहा है। स्वच्छता सेस के तहत घरों से डोर टू डोर कचरा उठाने का जिम्मा जेबीआर इंवायरमेंट टेक्नोलॉजीज प्राइवेट लिमिटेड को दिया गया था। हालांकि, घरों, गलियों और चौराहों से कचरा उठाने में कंपनी नाकाम साबित हो रही है।

बीबीएनडीए क्षेत्र की सड़कों पर कूड़े का अंबार

औद्योगिक क्षेत्र, शहरी और ग्रामीण पंचायतों में जगह-जगह कचरे के ढेर लग गए हैं। बद्दी से नालागढ़ तक नेशनल हाईवे, बद्दी साई रोड, बरोटीवाला, झाड़माजरी, गुल्लरवाला, लोदीमाजरा, मानपुरा, मलपुर, किशनपुरा सहित 43 पंचायतों में कचरे के ढेर सामान्य दृश्य बन चुके हैं। गलियों और चौराहों से कचरा न उठने के कारण यह सड़कें और संपर्क मार्गों पर फैल रहा है।

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स्वच्छता सेस के तहत विद्युत उपमंडल नालागढ़ में 22,386 मीटर और बद्दी, बरोटीवाला, मानपुरा में 33,600 मीटर बिजली मीटर से हर महीने लाखों रूपए की वसूली हो रही है। अप्रैल 2025 से अब तक कुल लगभग 69 लाख रूपए सेस एकत्र किया गया है। इसके बावजूद कचरा व्यवस्था पूरी तरह ठप्प है।

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नगर परिषद परवाणू और नालागढ़ ने जेबीआर की फील्ड सर्विस वापस ले ली है और अब अपने स्तर पर सफाई कर रही हैं। बीबीएनडीए का कहना है कि त्यौहारों के कारण सफाई कर्मचारियों की अनुपस्थिति रही, लेकिन जैसे ही छुट्टियों से लौटेंगे, सप्ताह भर युद्ध स्तर पर कचरा उठाने का काम किया जाएगा। क्षेत्र में कई जगह कचरा कलेक्शन सेंटर स्थापित किए गए हैं, जहां से कचरा उठाया जाता है।

सामाजिक कार्यकर्ताओं ने बताया कि शहर के व्यस्ततम मार्गों, जैसे बद्दी साई रोड, औद्योगिक क्षेत्रों और नगर निगम के पॉश एरिया में भी कचरे के ढेर लगे हैं। लोग सवाल कर रहे हैं कि लाखों रूपए की वसूली के बाद सफाई व्यवस्था क्यों नहीं सही हो पा रही।

हालांकि बीबीएनडीए ने आश्वासन दिया है कि जल्द ही क्षेत्र की सफाई व्यवस्था को दुरुस्त किया जाएगा और कचरे की समस्या पर ध्यान दिया जाएगा।

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