बाढ़ राहत के नाम पर सोशल मीडिया पर ठगी का जाल
लोगों को फर्जी कहानियों में फंसाकर हजारों रुपये की मांग की जा रही है। एक्स (ट्विटर) पर अंकित बंसल नामक यूजर ने बताया कि विदेश में बसे कुछ एनआरआईज ने सतनाम सिंह नामक शख्स के इंस्टाग्राम पेज पर दान भेजा। कुछ ही समय बाद वह पेज डिलीट कर दिया गया और दिया गया फोन नंबर भी बंद हो गया।
इसी तरह ए सिद्धू नामक यूजर ने एक संदेश का स्क्रीनशॉट साझा किया, जिसमें 80,000 रुपये की तत्काल मदद मांगी गई थी। संदेश भेजने वाले ने दावा किया कि तरन तारन जिले का उसका गांव पूरी तरह डूब गया है। सिद्धू ने चेतावनी देते हुए लिखा कि जैसा अंदेशा था, ट्वीट डिलीट कर दिया गया। लोग ऐसे भावनात्मक झांसे में न आएं।
इन घटनाओं ने लोगों की चिंता और बढ़ा दी है। नागरिकों ने अपील की है कि इस कठिन समय में दान केवल विश्वसनीय संस्थाओं, भरोसेमंद व्यक्तियों या सीधे प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष और पंजाब मुख्यमंत्री राहत कोष के जरिए ही करें।