राजीव तनेजा/निस
मोहाली 27 मई
भ्रष्टाचार के मामले में गिरफ्तार किए गए पूर्व सेहत मंत्री विजय सिंगला और ओएसडी प्रदीप कुमार को जिला अदालत में शुक्रवार को पेश किया गया। अदालत ने दोनों आरोपियों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया। पुलिस की ओर से सिंगला व ओएसडी प्रदीप कुमार के वायस सैंपल लेने के लिए अदालत में याचिका दायर की जिसे अदालत ने मंजूर कर लिया।
कोर्ट में पेश करने से पहले पुलिस की ओर से विजय सिंगला का फेज-6 के सरकारी अस्पताल में मेडिकल करवाया गया। इस दौरान पत्रकारों के साथ बातचीत में सिंगला ने कहा कि मुझे मेरी पार्टी और न्यायालय पर पूरा भरोसा है। मुझे इंसाफ मिलेगा। वहीं अदालत में सरकारी पक्ष की ओर से सिंगला के पुलिस रिमांड की मांग की गई थी। सिंगला पर आरोप है कि सेहत मंत्री रहते हुए उन्होंने अपने रिश्तेदार के चल रहे नशा मुक्ति केंद्र को लाभ पहुंचाया। पुलिस इस मामले में भी सिंगला से पूछताछ करना चाहती थी। ध्यान रहे कि पूर्व सेहत मंत्री डा. विजय सिंगला और उनके ओएसडी पर 58 करोड़ की एवज में एक करोड़ 16 लाख रुपये रिश्वत मांगने का आरोप है। शिकायतकर्ता सुपरिटेंडेंट इंजीनियर राजिंदर कुमार ने पुलिस को दिए बयान पर दोनों आरोपियों काे एंटी करप्शन सैल की ओर से गिरफ्तार किया गया था। शिकायतकर्ता ने आरोप लगाए है कि मंत्री ने उन्हें पंजाब भवन के कमरा नंबर-203 में बुलाया था। जिसके बाद मंत्री ने उन्हें सचिवालय बुलाया था। बता दें कि विजय सिंगला की कोठी तैयार न होने के कारण वह पंजाब भवन के कमरा नंबर 203 में रह रहे थे। मामला मुख्यमंत्री भगवंत मान के ध्यान में आने के बाद मंत्री को बर्खास्त कर दिया गया था। इस मामले में शिकायतकर्ता एसई राजिंदर सिंह ने कहा कि मंत्री विजय सिंगला अपने ओएसडी प्रदीप कुमार के माध्यम से रिश्वत के लिए दबाव बना रहे थे।