चंडीगढ़, 3 दिसंबर (एजेंसी)
अकाली दल के वरिष्ठ नेता एवं पंजाब के पूर्व सीएम प्रकाश सिंह बादल ने नए कृषि कानूनों के खिलाफ विरोध जताते हुए केंद्र सरकार को ‘पद्म विभूषण’ पुरस्कार वापस कर दिया है। वहीं शिरोमणि अकाली दल (डेमोक्रेटिक) के प्रमुख और बागी राज्यसभा सदस्य सुखदेव सिंह ढींडसा ने भी घोषणा की है कि वह अपना पद्म भूषण पुरस्कार लौटाएंगे। ढींडसा को सार्वजनिक मामलों के क्षेत्र में उनके योगदान के लिए पिछले साल पद्म भूषण (तीसरा सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार) राष्ट्रपति कोविंद प्रदान किया गया था। अकाली दल के फैसले का स्वागत करते हुए कांग्रेस नेता सुनील जाखड़ ने कहा कि यह खेत के बिलों के खिलाफ बढ़ते सार्वजनिक दबाव और जन आंदोलन का परिणाम है। उन्होंने कहा कि भाजपा नेतृत्व को भावनाओं का सम्मान करना चाहिए। वहीं बादल ने राष्ट्रपति को पत्र लिखकर पुरस्कार वापस देने बारे अवगत करवा दिया है। उन्होंने पत्र में कहा है कि मैं यह पत्र भारत सरकार द्वारा किसानों के साथ किए गए विश्वासघात के विरोध में पदम विभूषण पुरस्कार वापस करने के लिए लिख रहा हूं। उन्होंने कहा कि मुझे शांति से और लोकतांत्रिक तरीके से किसानों के प्रदर्शन को दिये जा रहे सांप्रदायिक रंग से भी गहरी पीड़ा हुई है।