लुधियाना के दर्जनों गांवों में बाढ़ का अलर्ट
लुधियाना में सतलुज नदी का जलस्तर खतरनाक रूप से बढ़ जाने से ससराली (लुधियाना पूर्व) के पास स्थित धुस्सी बांध पर लगातार दबाव बढ़ रहा है। जिला प्रशासन, सेना, एनडीआरएफ और स्थानीय ग्रामीण दिनभर बांध को मजबूत करने में जुटे रहे, लेकिन हालात अब भी बेहद नाजुक और चिंताजनक बने हुए हैं। अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि यदि बांध टूटता है तो ससराली, बंट, रावत, हवास, सीरा, बूथगढ़, मंगली टांडा, ढेरी, ख्वाजके, खासी खुर्द, मंगली कादर, मत्तेवाड़ा, मंगत और मेहरबान समेत कई गांवों में अचानक बाढ़ आ सकती है। खतरे की आशंका को देखते हुए प्रशासन ने शुक्रवार सुबह से ही उच्च स्तरीय अलर्ट जारी कर दिया है।
लोगों को ऊपरी मंजिलों पर शरण लेने और एक मंजिला मकानों में रहने वालों को प्रशासन द्वारा बनाए गए अस्थायी राहत केंद्रों में जाने का निर्देश दिया गया है। राहों (घोंसगढ़), चंडीगढ़ और टिब्बा रोड स्थित सत्संग घरों व कैलाश नगर के अलावा खासी कलां, भुखड़ी और मत्तेवाड़ा के स्कूलों और मंडियों को बचाव केंद्र बनाया गया है।
ग्रामीणों से अपील की गई है कि वे अपने जरूरी दस्तावेज़ों और सामान को वाटरप्रूफ बैग में सुरक्षित रखें तथा बुजुर्गों, बच्चों और बीमार लोगों को प्राथमिकता के आधार पर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाएं।
बाढ़ नियंत्रण कक्ष का नंबर जारी : आपात स्थिति में संपर्क के लिए बाढ़ नियंत्रण कक्ष का नंबर 0161-2433100 और पुलिस हेल्पलाइन 112 जारी किए गए हैं। प्रशासन ने कहा कि इस समय जनसहयोग बेहद अहम है और लोगों की जान बचाना ही सर्वोच्च प्राथमिकता है।