दमनहेड़ी के बारदाना गोदाम में लगी आग, फायर बि्रगेड ने मशक्कत से की कंट्रोल
राजपुरा, 22 जून (निस)
राजपुरा के दमनहेड़ी गांव में रविवार को उस समय हड़कंप मच गया, जब मनमोहन कोर एंड कंपनी के शैलर में संदिग्ध हालात में भीषण आग लग गई। इस अग्निकांड में लाखों रुपये का नया और पुराना बारदाना जलकर राख हो गया, जिससे शैलर मालिक को भारी नुकसान उठाना पड़ा है। यह घटना सुबह करीब 10 बजे की है। पड़ोस के शैलर मालिक राकेश कुकरेजा रिंकू ने आग लगने की सूचना स्थानीय विधायक नीना मित्तल को दी।
इसके बाद फायर ब्रिगेड की टीमें और कर्मी 10 मिनट के भीतर घटनास्थल पर पहुंचे। आग बुझाने के लिए राजपुरा से तीन और सील केमिकल फैक्ट्री से एक दमकल गाड़ी मौके पर पहुंची। आग इतनी भीषण थी कि लगभग 5 से 6 घंटे की मशक्कत के बाद भी उस पर पूरी तरह काबू नहीं पाया जा सका, क्योंकि गोदाम टीन की चादरों और शटर से ढका हुआ था। इसके बाद, आग बुझाने के प्रयासों को तेज करने के लिए क्रेन की मदद से दीवार, शटर और टीन की चादरों को तोड़ना पड़ा। बचाव अभियान के दौरान दमकल गाड़ियों का पानी खत्म हो गया, जिसके बाद उन्हें पास की सील केमिकल फैक्ट्री से पानी भरना पड़ा।
शैलर मालिक अशोक कुमार ने बताया कि इस आग से उन्हें लाखों रुपये का भारी नुकसान हुआ है, क्योंकि पूरा गोदाम नए और पुराने बारदाने से भरा हुआ था। वहीं फूड एंड सप्लाई विभाग के इंस्पेक्टर नरपिंदर सिंह ने बताया कि शैलर के अंदर सरकारी बारदाना भी रखा हुआ था, जो इस आग में जलकर राख हो गया है। उन्होंने बताया कि सरकारी गोदाम न होने के कारण बारदाना निजी शैलरों में रखा जाता है, जिसकी लिखित पर्ची ली जाती है और उसे रजिस्टर में भी दर्ज किया जाता है।
डीएफएससी ने कहा
डीएफएससी रूपप्रीत कौर ने कहा कि पनग्रेन का कोई भी गोदाम न होने के चलते सारा बारदाना शैलरों में ही रखा जाता है। जब उनसे राजपुरा जैसी बड़ी मंडी में भारी मात्रा में रखे जाने वाले बारदाने के लिए गोदाम न होने और इससे सरकार को संभावित नुकसान के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने कहा कि जहां भी नुकसान होता है, उसकी बारीकी से जांच की जाती है। राजपुरा में हुए नुकसान की भी प्रॉपर रिपोर्ट तैयार करवाई जाएगी और पूरी जांच के बाद ही विश्लेषण किया जाएगा।