Ferozepur SBI Scam ग्राहकों को मिली राहत, ब्याज सहित लौटाई जा रही पूरी राशि
फिरोजपुर जिले की सादिक शाखा में हुए बैंक फ्रॉड मामले में भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने अपने ग्राहकों को बड़ी राहत दी है। बैंक ने सभी प्रभावित खाताधारकों की पूरी राशि ब्याज सहित वापस जमा कर दी है। यह कदम न सिर्फ ग्राहकों के विश्वास को बहाल करता है, बल्कि यह भी साबित करता है कि एसबीआई अपने उपभोक्ताओं की आर्थिक सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देता है।
एसबीआई फिरोजपुर रीजन के रीजनल मैनेजर आर. एम. सोनी ने बताया कि जिस कर्मचारी ने ग्राहकों के साथ धोखाधड़ी की थी, उसे गिरफ्तार कर पुलिस के हवाले कर दिया गया है। उन्होंने कहा, ‘भारतीय स्टेट बैंक ने अपने किसी भी ग्राहक को कभी भी आर्थिक नुकसान नहीं होने दिया है। हम यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि प्रत्येक ग्राहक को उसकी राशि ब्याज सहित और पूरी सम्मानपूर्वक लौटाई जाए।’
आर. एम. सोनी ने बताया कि अब तक लगभग तीन करोड़ रुपये की राशि ग्राहकों के खातों में वेरीफिकेशन के बाद डाल दी गई है। उन्होंने कहा कि बैंक हर पल अपने ग्राहकों के साथ खड़ा है और एसबीआई में जमा धन पूरी तरह सुरक्षित है — चाहे ग्राहक देश में हों या विदेश में।
ग्राहकों ने जताया भरोसा
सादिक ब्रांच में फ्रॉड का शिकार हुए कई ग्राहकों ने बैंक की कार्यवाही पर संतोष जताया है। उन्होंने कहा कि बैंक ने न केवल हमारा नुकसान पूरा किया बल्कि हमारी गरिमा भी बनाए रखी। ग्राहकों ने कहा कि अब उन्हें बैंक पर पहले से अधिक भरोसा है और वे भविष्य में भी अपनी जमा पूंजी इसी बैंक में रखना पसंद करेंगे।
पुलिस ने मुख्य आरोपी का सहयोगी भी दबोचा
इस बहुचर्चित मामले में फरीदकोट पुलिस ने कार्रवाई जारी रखते हुए मुख्य आरोपी अमित ढीगरा के सहयोगी अभिषेक गुप्ता को भी गिरफ्तार कर लिया है।
फरीदकोट की एसएसपी डॉ. प्रज्ञा जैन, आईपीएस के नेतृत्व में चल रहे अभियान के तहत यह कार्रवाई की गई। एसपी (जांच) संदीप कुमार और डीएसपी (सब-डिवीजन) तरलोचन सिंह के मार्गदर्शन में, इंस्पेक्टर नवदीप सिंह की टीम को 21 जुलाई 2025 को सूचना मिली थी कि सादिक शाखा में क्लर्क के पद पर तैनात अमित ढीगरा ने कृषि सीमा खातों और एफडी खातों से लेन-देन में हेराफेरी कर धोखाधड़ी की थी।
इसके बाद बैंक के डिप्टी मैनेजर शशांक शेखर अरोड़ा के बयान के आधार पर सादिक थाने में अमित ढीगरा के खिलाफ धारा 318(4), 316(2), और 344 बीएनएस के तहत मामला दर्ज किया गया। पुलिस अब इस घोटाले की पूरी साजिश का पर्दाफाश करने में जुटी है।