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पाक तस्करों के लिए फाजिल्का बना नया हॉटस्पॉट

ड्रग्स तस्करी : 70 किलो से भी अधिक की आ रही खेप

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जुपिंदरजीत सिंह / ट्रिन्यू

चंडीगढ़, 8 सितंबर

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बदली हुई रणनीति के तहत, पाकिस्तान से ड्रग्स तस्कर कुछ किलो से लेकर 10 किलो तक के नशीले पदार्थों को फेंकने के बजाय 15 से लेकर 70 किलोग्राम से भी अधिक मात्रा में नशीले पदार्थों की बड़ी खेप पंजाब भेज रहे हैं।

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अधिकांश प्रयासों में, तस्करों ने फाजिल्का में सतलुज के अलावा गुरदासपुर और अमृतसर में रावी के नदी क्षेत्रों का उपयोग किया है। इनमें से फाजिल्का एक ऐसा हॉटस्पॉट है जहां दो महीनों में कई प्रयास किए गए हैं। पुलिस ने इस जिले से 6 अगस्त को 77 किलोग्राम की अब तक की सबसे बड़ी खेप और 21 अगस्त को 29 किलोग्राम की दूसरी खेप जब्त की है।

पुलिस अधिकारियों ने कहा कि बृहस्पतिवार को जालंधर पुलिस द्वारा गिरफ्तार एक तस्कर मल्कीयत सिंह काली ने भी 50 किलोग्राम नशीले पदार्थों की भारत में तस्करी कराई थी। पुलिस ने 31.5 किलोग्राम हेरोइन बरामद की है। इससे पहले 6 सितंबर को अमृतसर के हरप्रीत सिंह को 15 किलोग्राम मादक पदार्थ के साथ पकड़ा गया था, जो उस तक सीमा पार से कुख्यात तस्कर हैप्पी जट्ट ने पहुंचाया था।

एक अधिकारी ने तस्करों की कार्यप्रणाली का खुलासा करते हुए कहा, ‘इस मानसून में सतलुज नदी फाजिल्का में 200 मीटर से बढ़कर एक किमी से अधिक तक फैल गई है। तस्कर बड़ी मात्रा में ड्रग्स को ट्रैक्टर के टायर ट्यूबों में छिपाते हैं। पहले ट्यूबों को काटकर खोला जाता है, मादक दवा के पैकेटों से भरा जाता है और फिर से सिल दिया जाता है। मादक पदार्थ लाने वाले तस्कर नदी पार करते समय डूबने से बचने के लिए खाली प्लास्टिक की बोतलें बांधते हैं।’

इससे पहले तस्कर या तो अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर लगी बाड़ के ऊपर से कुछ पैकेट फेंक देते थे या फिर उन्हें जीरो लाइन के पास खेतों में छिपा देते थे, लेकिन अब वे भारी मात्रा में भेजने की कोशिश कर रहे हैं।’ ड्रोन भी नशीले पदार्थ गिराते हैं, लेकिन वे आमतौर पर 5 किलोग्राम से कम वजन का पेलोड ले जाते हैं।

पैडलर्स को तस्कर कमीशन का लालच देते हैं, लेकिन पकड़े जाने पर जेल और यहां तक ​​कि जीवन भर की चोटों का जोखिम भी रहता है। पाकिस्तान के दो तस्कर- मोहम्मद अमजद (34) और सिवाना (26) को वापस लौटने पर कमीशन के रूप में 3-3लाख रुपये मिलने की उम्मीद थी, लेकिन अमजद जेल में है जबकि सिवाना गोली लगने से अपना एक हाथ खो चुका है। भारतीय सुरक्षा एजेंसियों ने उस पर तब गोली चलाई थी जब वह उनकी नजर बचाकर भागने की कोशिश कर रहा था। बाद में अस्पताल में उसका बायां हाथ काटना पड़ा।

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