कपूरथला, 10 मार्च (निस)
कांग्रेस के दिग्गज नेताओं की हार के बीच राणा गुरजीत सिंह ने न केवल अपनी सीट से जीत दर्ज की बल्कि निर्दलीय चुनाव मैदान में उतारे अपने बेटे को भी जितवा लिया। गुरजीत सिंह ने बेटे के लिए भी कांग्रेस से टिकट मांगा था। कैबिनेट मंत्री राणा गुरजीत सिंह ने कपूरथला से जीत हासिल की और आप प्रत्याशी मंजू राणा को हराया। वहीं राणा गुरजीत सिंह के बेटे इंद्रप्ताप ने सुल्तानपुर लोधी सीट से निर्दलीय के तौर पर जीत हासिल कर ली है। राणा इंद्रप्रताप सिंह ने 41125 वोट लेकर आप उम्मीद्वार सज्जन सिंह को (29606)को हराया। कपूरथला से राणा गुरजीत सिंह ने 43752 तो मंजू राणा ने 36498 मत मिले। राणा गुरजीत सिंह ने विधानसभा चुनाव में अपनी टिकट के साथ-साथ सुल्तानपुर लोधी से अपने बेटे इंद्र प्रताप राणा के लिए टिकट की मांग की थी लेकिन पार्टी ने सुल्तानपुर लोधी से दो बार विधायक रह चुके नवतेज सिंह चीमा को उम्मीदवार घोषित कर दिया था। दोआबा के चार नेताओं ने पार्टी प्रधान सोनिया गांधी को पत्र लिखकर राणा की कथित पार्टी विरोधी गतिविधियों का हवाला देते हुए निष्कासित करने की मांग की थी। कांग्रेस उम्मीदवार नवतेज सिंह चीमा ने बताया था कि यह पत्र पार्टी प्रधान को ईमेल के जरिए भेजा गया था। दोआबा के चार बड़े नेता नवतेज सिंह चीमा, भुलत्थ से सुखपाल सिंह खैरा, फगवाड़ा से बलविंदर धालीवाल और जालंधर से बावा हेनरी ने पार्टी प्रधान सोनिया गांधी को एक पत्र लिखकर राणा गुरजीत सिंह पर पार्टी विरोधी गतिविधियों का आरोप लगाया और उन्हें निष्कासित करने की मांग की थी।