चंडीगढ़, 31 जुलाई (एजेंसी)
किसानों ने रविवार को पंजाब और हरियाणा के कई स्थानों पर रेल पटरियों पर धरना दिया। यह संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) का, केंद्र सरकार की ‘वादाखिलाफी’ के विरुद्ध राष्ट्रव्यापी प्रदर्शनों का हिस्सा है। एसकेएम का दावा है कि केंद्र सरकार ने विवादित कृषि कानूनों के खिलाफ उनके प्रदर्शन के दौरान उनसे वादे किए थे जिससे वह अब मुकर रही है। ये कानून अब रद्द किए जा चुके हैं।
पंजाब में भारतीय रेलवे के फिरोज़पुर मंडल में किसानों के चार घंटे के प्रदर्शन की वजह से कई ट्रेनों को रद्द करना पड़ा या उनके समय में बदलाव करना पड़ा। इस वजह से सैकड़ों यात्रियों को विभिन्न रेलवे स्टेशनों पर घंटों इंतजार करना पड़ा। रेलवे अधिकारियों के मुताबिक, अमृतसर-पठानकोट, अमृतसर-कादियां, पठानकोट, वेरका उन पांच ट्रेनों में शामिल रहीं जिन्हें रद्द किया गया जबकि अमृतसर-जयनगर, अमृतसर सियालदाह, श्री माता वैष्णो देवी कटरा-नयी दिल्ली, अमृतसर-नयी दिल्ली और अमृतसर-अजमेर एक्सप्रेस के समय में बदलाव किया गया। उन्होंने बताया कि दो ट्रेनें- बठिंडा-फाजिल्का और फाजिल्का-बठिंडा को उनके नीयत गंतव्य से पहले ही खत्म कर दिया गया।
भारतीय किसान यूनियन (भाकियू)-कादियां के अध्यक्ष हरमीत सिंह कादियां ने फिल्लौर रेलवे स्टेशन पर धरना प्रदर्शन में हिस्सा लिया और कहा कि वे एसकेएम के आह्वान पर धरना दे रहे हैं। एसकेएम अलग-अलग किसान संघों का संयुक्त संगठन है। किसानों ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार ‘उनकी मांगों को नहीं सुन’ रही है जिस वजह से वे रेल की पटरियों पर बैठने को मजबूर हुए हैं। भाकियू (एकता उगराहां) के महासचिव सुखदेव सिंह कोकरीकलां ने कहा कि उनके संघ के सदस्यों ने छह जिलों के आठ टोल प्लाज़ा और मुल्लांपुर में लुधियाना-फिरोज़पुर राजमार्ग समेत 10 राजमार्गों पर धरना दिया और बठिंडा, बुढलाडा, मलेरकोटला और पट्टी में रेल पटरियों पर बैठ गए।
हरियाणा में किसानों ने हिसार, झज्जर, बहादुरगढ़, टोहाना, सोनीपत, जींद और करनाल समेत कई स्थानों पर प्रदर्शन किया। उन्होंने केंद्र सरकार का पुतला जलाया और नारेबाज़ी की तथा भारतीय जनता पार्टी नीत सरकार पर ‘वादाखिलाफी’ का आरोप लगाया। हिसार में किसानों ने पांच टोल प्लाजा पर प्रदर्शन किया और केंद्र सरकार का पुतला फूंका। सोनीपत में किसानों ने विरोध मार्च निकाला और केंद्र सरकार का पुतला फूंका। करनाल में भी किसानों ने टोल प्लाजा पर धरना दिया। जींद में भी किसानों ने भाकियू के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रामफल कंडेला के नेतृत्व में प्रदर्शन किया।